आलीराजपुर। 4 दिन से बीमार व उल्टी, दस्त से ग्रसित एक युवक की उपचार के दौरान मौत हो गई। अस्पताल से ग्रामीण उसका शव दाह संस्कार के लिए गांव के मुक्तिधाम लेकर पहुंचे। यहां लकड़ियां बिनते समय उसके पिता ने भी अचानक दम तोड़ दिया, जिससे गांव में दहशत का माहौल हो गया। कलेक्टर को मामले की सूचना मिलने के बाद उन्होंने दाह संस्कार रुकवा दिया। स्वास्थ्य विभाग के अमले को पहले सैंपल लेने के लिए कहा गया, टीम 10 घंटे बाद सवा 6 बजे टीम पहुंची और फिर उसने सैंपल लिए, तब अंतिम संस्कार हुआ।
जानकारी के अनुसार मामला उदयगढ़ के अखौली के तड़वी फलिया में शनिवार सुबह करीब 6 बजे का है। आदिवासी युवक तोलिया पिता दीपसिंह की पत्नी उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंची थी। बताया जा रहा है कि युवक 4-5 दिनों से बीमार था। इस संबंध में मेडिकल ऑफिसर डॉ. मोतिसिंह चौहान ने बताया मृतक उल्टी-दस्त से ग्रस्त था। परिवार उसको काफी गंभीर हालात में इलाज के लिए लाए थे। उसके शरीर में ग्लूकोज की बहुत कमी हो गई थी। जैसे ही मैंने बाॅटल चढ़ाकर उपचार शुरू किया। उसके 15 से 20 मिनट बाद ही उसने दम तोड़ दिया।
गांव अखौली में बना दहशत का माहौल : परिवार वाले मृतक को गांव ले गए। उसका दाह संस्कार करने के लिए गांव मेंे लकड़ी एकत्रित ही कर रहे थे। मृतक के पिता दीपसिंह पिता राघू (65) की भी अचानक मौत हो गई, जिससे अखौली में दहशत का माहौल हाे गया।
चौकीदार ने थाने पर दी सूचना
मामले की सूचना चौकीदार मेहरसिंह ने तत्काल राजस्व निरीक्षक बीएस मकवाना व थाना उदयगढ़ पर दी। कलेक्टर सुरभि गुप्ता को भी इस सबंध में अवगत कराया गया। कलेक्टर ने आलीराजपुर से टीम भेजकर दोनों मृतक के सैंपल लेने के निर्देश दिए। गांव वाले दाेनों शव को लेकर दाह संस्कार के लिए मुक्तिधाम पर टीम का इंतजार करते रहे, लेकिन 10 घंटे बाद टीम पहुंची व सैंपल लिए। फिर अंतिम संस्कार हुआ।
मामला संदिग्ध था
सुरभि गुप्ता, कलेक्टर ने बताया कि मामला संदिग्ध था, इसलिए दाह संस्कार रुकवाकर दोनों के सैंपल लेने के लिए कहा था। इसके लिए टीम भी भेजी गई थी। शाम को जाकर टीम ने सैंपल लिए हैं।