मध्यप्रदेश में भूमाफिया के खिलाफ अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई इंदौर में हुई। जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 3,250 करोड़ रुपए की जमीन भूमाफिया से मुक्त कराई गई।
इन जमीनों पर दो दशक से भूमाफिया काबिज थे। गृह निर्माण सोसाइटियां बनाकर प्लाट काटे और एक ही प्लाट कई लोगों को बेच दिए थे। इसकी शिकायतें प्रशासन के पास पहुंची थीं। इन भूमाफियों से मुक्त कराई गई जमीन 1500 लोगों को मिलेगी।
भूमाफिया के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन बुधवार रात शुरू हुआ। खजराना और एमआईजी पुलिस थानों में कुख्यात भूमाफिया दीपक जैन उर्फ दिलीप सिसौदिया उर्फ दीपक मद्दा सहित एक दर्जन से अधिक के खिलाफ धोखाधड़ी की विभिन्न धाराओं में FIR दर्ज हुई है। भूमाफिया के ठिकानों पर छापे भी मारे गए लेकिन, ज्यादातर फरार हो गए। सिर्फ मुकेश खत्री पुलिस के हाथ लगा। वहीं, इस कार्रवाई में पहली बार संघवी परिवार भी चपेट में आया।
इनपर दर्ज हुए मामले
खजराना और एमआईजी थाने में मजदूर पंचायत गृह निर्माण, देवी अहिल्या गृह निर्माण व हिना पैलेस खजराना के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था। अब तक बचते रहे दीपक जैन उर्फ दिलीप सिसौदिया उर्फ दीपक मद्दा के खिलाफ आधा दर्जन एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है। मजदूर पंचायत गृह निर्माण की पुष्प विहार कालोनी में दीपक जैन और उसके गुर्गे नसीम हैदर के अलावा जमीनें खरीदने वाले केशव नाचानी, ओमप्रकाश धनवानी के खिलाफ FIR दर्ज हुई है। इसी तरह देवी अहिल्या गृह निर्माण( अयोध्यापुरी कालोनी) के विमल लुहाड़िया, पुष्पेंद्र नीमा, दीपक जैन , रणवीरसिंह सूदन, दिलीप जैन, प्रतीक संघवी, मुकेश खत्री पर FIR दर्ज हुई है। हिना पैलेस में भी दीपक जैन पर FIR दर्ज कराई गई।
रात 2 बजे के लगभग पहुंचे अधिकारी।
कलेक्टर ने कहा- 128 सोसाइटियों की शिकायत मिली है
कलेक्टर मनीष सिंह और DIG मनीष कपुरिया ने प्रेस कान्फ्रेंस में बताया कि इंदौर जिले में कुल 858 सोसाइटियों में से 128 की शिकायतें मिली हैं। इनमें से भी 10 ऐसी हैं, जिनकी कुल शिकायतों का हिस्सा 85 प्रतिशत है। इनमें मजदूर पंचायत, देवी अहिल्या, जागृति गृह निर्माण, नवभारत गृह निर्माण, न्याय नगर, गीता गृह निर्माण, श्रीराम गृह निर्माण, जयहिंद एवं डाकतार गृह निर्माण समिति तथा कविता गृह निर्माण समिति शामिल हैं।
देर रात दबिश देने पहुंची पुलिस की टीम।
इन शिकायतों की जांच के दौरान मजदूर पंचायत संस्था की MR 10 स्थित पुष्प विहार कालोनी, देवी अहिल्या की एबी रोड स्थित अयोध्यापुरी एवं खजराना स्थित हिना पैलेस कालोनी के संबंध में जांच के दौरान पाया गया कि पुष्प विहार कालोनी के अधिकांश भूखंडधारियों को सोसायटी के 89 भूखंड जिनकी रजिस्ट्री सदस्यों के पक्ष में हो चुकी थी उस भूमि को कृषि भूमि बताते हुए बेच दिया गया। साथ ही प्राप्त राशि में से कुछ रकम नंदानगर साख संस्था के फर्जी खातों के जरिए हड़पी गई वहीं करीब डेढ़ करोड़ रुपया दीपक जैन उर्फ दिलीप सिसौदिया द्वारा नकद ले लिया गया। इस मामले में दिलीप सिसौदिया, उसके रिश्तेदार संस्था अध्यक्ष दीपेश कुमार वोहा, उपाध्यक्ष कमलेश जैन और प्रबंधक नसीम हैदर के साथ केशव नाचानी और ओमप्रकाश धनवानी के खिलाफ थाना खजराना में प्रकरण कायम कराया गया।
इसी तरह एबी रोड स्थित प्रेस काम्प्लेक्स से लगी अयोध्यापुरी की 16.7 एकड़ भूमि पर स्थित 369 भूखंड की रजिस्ट्री 2002 में कराए जाने के बावजूद संस्था के कर्ता धर्ता विमल लुहाडिय़ा एवं डमी अध्यक्ष रणवीरसिंह सूदन द्वारा पूर्व से सदस्यों को पंजीकृत हो चुके 96 भूखंड की 4 एकड़ भूमि की रजिस्ट्री मेसर्स सिम्प्लेक्स इंवेस्टमेंट एंड मेगा फाइनेंस प्रायवेट लिमिटेड के पक्ष में कृषि भूमि बताकर कर दी गई। इस कंपनी के कर्ता धर्ता पुष्पेन्द्र नीमा निवासी नरसिंह बाजार, दिलीप सिसौदिया 15 गिरधर नगर, दिलीप जैन विश्वकर्मा नगर, मुकेश खत्री विनय नगर एवं प्रतीक संघवी बिचौली मर्दाना हैं। बिना सरकारी विभाग की अनुमति के अवैध रूप से कराई गई रजिस्ट्री के उपरांत दीपक जैन द्वारा भूखंडधारियों को बुलाकर डराया-धमकाया जाने लगा। इस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ थाना एमआईजी में प्रशासन द्वारा प्रकरण दर्ज कराया गया।