भोपाल। मध्यप्रदेश के सीधी में मंगलवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। करीब 54 यात्रियों से भरी बस बाणसागर नहर में गिर गई। अब तक 42 शव मिल चुके हैं। 6 लोग बचा लिए गए। ड्राइवर खुद तैरकर बाहर आ गया। उसे हिरासत में लिया गया है। अधिकारियों ने मृतकों की संख्या 45 से ज्यादा होने की आशंका जताई है। कुछ शवों के बह जाने की बात भी सामने आई है।
बस सीधी से सतना जा रही थी। हादसा रामपुर के नैकिन इलाके में सुबह करीब 7.30 बजे हुआ। हादसे के चार घंटे बाद 11.45 बजे क्रेन की मदद से बस को बाहर निकाला गया। नहर की गहराई 20 से 22 फीट बताई जा रही है। जिस वक्त हादसा हुआ, तब बहाव तेज था, लिहाजा यात्रियों को संभलने का मौका नहीं मिला। मृतकों में 12 छात्र भी थे। ये सभी रेलवे की परीक्षा देने सतना जा रहे थे।
बस को संकरे रास्ते से ले जा रहा था ड्राइवर
पुलिस के मुताबिक, बस में 32 लोग बैठाए जा सकते थे, लेकिन इसमें 54 यात्री भर लिए गए। बस को सीधी मार्ग पर छुहिया घाटी से होकर सतना जाना था, लेकिन यहां जाम की वजह से ड्राइवर ने रूट बदल दिया। वह नहर के किनारे से बस ले जा रहा था। यह रास्ता काफी संकरा है। इसी दौरान ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया।
झांसी से रांची जाने वाला हाईवे सतना, रीवा, सीधी और सिंगरौली होते हुए जाता है। यहां जगह-जगह सड़क खराब और अधूरी है। इस वजह से यहां आए दिन जाम लगा रहता है।
SDRF और गोताखोरों की टीम रेस्क्यू में जुटी
स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (SDRF) की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई है। गोताखोर भी मौजूद हैं। नहर में पानी का बहाव तेज होने की वजह से रेस्क्यू टीम को जलस्तर कम होने का इंतजार करना पड़ा। आशंका है कि तेज बहाव के कारण लोग घटनास्थल से काफी दूर बह गए होंगे। फिलहाल बाणसागर डैम से नहर का पानी रोक दिया गया है। नहर का जलस्तर कम करने के लिए इसके पानी को सिहावल नहर में भेजा जा रहा है।
शाह का कार्यक्रम रद्द
मंगलवार यानी 16 फरवरी को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 1.10 लाख लोगों के गृह प्रवेश का कार्यक्रम था। इसमें अमित शाह को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल होना था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया कि हादसे के चलते अब कार्यक्रम संभव नहीं होगा। कलेक्टर, SP समेत कई आलाधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं।