भोपाल: मध्य प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं एक बार फिर प्रभावित हो सकती हैं. क्योंकि स्वास्थ्य विभाग में संविदा पर कार्यरत कर्मी नियमितीकरण की मांग को लेकर हड़ताल पर रहेंगे. प्रदेश में संविदा स्वास्थ्य नीति के तहत 19 हजार कर्मियों की नियुक्तियां 20218 में की गईं थीं. जो कि अलग-अलग संवर्गों में अपनी सेवाएं दे रहें हैं.
2018 के बाद से इन स्वास्थ्य कर्मियों को नियमित नहीं किया गया है. ये पूर्व में भी नियमितीकरण करने की मांग को लेकर प्रदेश में आंदोलन कर चुके हैं. उस समय सरकार ने संविदा स्वास्थ्य संविदा कर्मियों को समकक्ष पदों के समान वेतन देने और नियमित सेवाओं में जगह देने के लिए नियम बनाए थे.
संविदा कर्मियों का आरोप है कि राज्य सरकार द्वारा 2018 में बनाए गए नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है. इसलिए सालों से संविदा पर काम करने वाले संविदा कर्मचारियों को उस नियम का लाभ अभी तक नहीं मिला है. इसके अलावा सरकार द्वारा एक के बाद एक संविदा कर्मचारियों को निकाला भी जा रहा है.
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के अध्यक्ष डॉ सुनील यादव ने कहा था कि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों को नियमित नहीं किया गया तो अनिश्चिकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.