इंदौर। हरिनारायणचारी मिश्र के आईजी बनने के बाद से खाली पड़े डीईजी के पद पर आखिरकार गृह विभाग ने बुधवार शाम को उज्जैन के डीआईजी मनीष कपूरिया का ट्रांसफर कर दिया है। कपूरिया पहले भी इंदौर में ग्रामीण एएसपी के पद पर काम कर चुके हैं। वहीं, एडीजी योगेश देशमुख का उज्जैन ट्रांसफर किया है। तीन साल के भीतर इंदौर से पांच एडीजी के ट्रांसफर किया जा चुका है। यह भी बड़ा सवाल है कि नेतृत्व करने वाले पोस्ट पर कोई भी अफसर 8-9 महीने से ज्यादा टिक नहीं पा रहा है।
गृह विभाग से बुधवार को जारी हुई आईपीएस अफसरों की ट्रांसफर लिस्ट से इंदौर डीआईजी के लिए दावे कर रहे कई अफसर चौंक गए हैं। डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र के प्रमोट होते ही कई अफसरों ने इंदौर के लिए दावे किए थे, लेकिन सरकार ने उन सबको दरकिनार करते हुए उज्जैन के डीआईजी मनीष कपूरिया को इंदौर भेजा है। उधर, शुरुआत में आते ही इंदौर के दो और संभाग में तीन चार थाना प्रभारियों को लाइन अटैच कर चर्चाओं में आए एडीजी योगेश देशमुख को भी उज्जैन भेज दिया है।
इंदौर का क्राइम रोककर इसे भी नंबर वन करेंगे
नवागत डीआईजी मनीष कपूरिया ने कहा कि मैं 2001 से तीन तक विजय नगर सीएसपी और 2006 से 08 तक इंदौर ग्रामीण एएसपी के रूप में सेवाएं दे चुका हूं। मैं साढ़े चार साल यहां रहा हूं, इसलिए मेरे लिए यह शहर जाना पहचाना है। जैसा इंदौर का नाम देशभर में सफाई में नंबर वन पर आता है, वैसे ही हम भी कोशिश करके इंदौर के क्राइम को रोककर इसे नंबर वन बनाएंगे।
सीएम ने आईजी से डीआईजी के बारे में पूछा था
बताया जा रहा है कि पिछले दिनों इंदौर दौरे पर आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आईजी हरिनारायण चारी मिश्र से पूछ लिया था कि वे इंदौर में नया डीआईजी चाहते हैं या वे खुद इस पद को संभालेंगे। इस पर मिश्र ने नए डीआईजी को भेजने की मांग कर दी थी। तब से रास्ता खुल चुका था कि जल्द ही इंदौर में नए डीआईजी को भेजा जाएगा।
दो साल में पांच एडीजी-आईजी बदल गए, चारी 6वें
दो साल के भीतर इंदौर रेंज से एडीजी या आईजी पद पर रवानगी लेने वाले योगेश देशमुख 6वें अफसर होंगे। 2018 में अजय शर्मा एडीजी थे। उनका तबादला हुआ तो वरुण कपूर (एडीजी) आए। दिसंबर 2019 में कपूर का तबादला हुआ और उनकी जगह मिलिंद कानस्कर ने कुछ समय एडीजी का प्रभार संभाला। लॉक डाउन के पहले ही जनवरी में विवेक शर्मा को इंदौर एडीजी बनाया गया था। उनके जाने के बाद योगेश देशमुख को इस पद पर भेजा गया था। अब यह जिम्मेदारी मिश्र संभालेंगे।
ये भी एक संयोग है
इंदौर आईजी हरिनारायणचारी मिश्र को लेकर भी एक अजीब संयोग बन चुका है। जब वे प्रोबेशनर थे तब इंदौर के हातोद थाने के प्रभारी बनकर पहली बार यहां आए थे। यानी उन्होंने प्रोबेशनर आईपीएस के रूप में इंदौर से अपने करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद वे यहां प्रोबेशनर रहने के बाद एसएसपी, दो बार डीआईजी रहे और अब इंदौर जोन के आईजी के रूप में सेवाएं देंगे। ऐसा अक्सर नहीं होता है। कई आईपीएस जहां प्रोबेशनर होते हैं वहां दूसरी बार एक ही पद पर पहुंच पाते हैं।