मुम्बई। दोपहर बाद बाजार में भारी बिकवाली है। सेंसेक्स 47,650 और निफ्टी 14 हजार के स्तर के आस पास कारोबार कर रहा है। ओवरऑल गिरावट में बैंकिंग और फाइनेंशियल शेयर सबसे आगे हैं। निफ्टी बैंक इंडेक्स 1.75% नीचे कारोबार कर रहा है।
इससे पहले इंडेक्स 6 जनवरी को 48 हजार के स्तर से नीचे आया था। सेंसेक्स में एक्सिस बैंक का शेयर टॉप लूजर है। शेयर में 3.45% की गिरावट है। इसी तरह HDFC, सन फार्मा और डॉ. रेड्डीज के शेयरों भी 2-2% से ज्यादा की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। जबकि टेक महिंद्रा का शेयर 2.45% की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं।
58% शेयरों में गिरावट
BSE पर 2,891 शेयरों में कारोबार कर रहा है। 1,069 शेयर बढ़त और 1,670 गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। यानी एक्सचेंज पर 58% शेयरों में गिरावट है। चौतरफा गिरावट के चलते एक्सचेंज में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट 190 लाख करोड़ रुपए हो गया है।
NSE का निफ्टी भी 172 अंक नीचे 14,066.30 पर कारोबार कर रहा है। टाटा मोटर्स और एक्सिस बैंक के शेयर इंडेक्स का टॉप लूजर हैं। शेयरों में 3-3% से ज्यादा की गिरावट है। इसी तरह टाटा स्टील, HDFC और सन फार्मा के शेयरों में भी 2-2% की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं।
इन कंपनियों पर होगा फोकस
आज एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, कैनरा बैंक, इमामी, HUL, ICICI प्रुडेंशियल, इंडिया सीमेंट, जेके पेपर, ज्योती लैब, मैरिको, क्वेस कॉर्प और वेल्पसन इंडिया सहित अन्य कंपनियां तिमाही नतीजे पेश करेंगी।
स्क्रैपेज पॉलिसी को मंजूरी
सड़कों से गाड़ियों का पॉल्युशन कम करने और पुरानी गाड़ियों को हटाने के लिए सड़क परिवहन मंत्रालय ने पुराने वाहनों को नष्ट करने की नीति को मंजूरी दे दी है। इसके अलावा सरकार ने पुराने वाहनों पर नया ग्रीन टैक्स लगाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी कर दिया है। इसके तहत 15 साल से पुराने वाहनों को नष्ट करने में सहूलियत होगी। इस नियम के दायरे में पहले सरकारी विभागों में खड़ी 15 साल पुरानी गाड़ियां आएंगी।
2021 में भारत डबल डिजिट ग्रोथ वाला पहला देश होगा
इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) ने कैलेंडर ईयर 2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 11.5% और यूनाइटेड नेशंस (UN) ने 7.3% की दर से ग्रोथ का अनुमान जताया है। IMF ने कहा है कि 2021 में भारत डबल डिजिट में ग्रोथ करने वाले दुनिया का पहला देश होगा। कोविड-19 महामारी के बावजूद भारत यह उपलब्धि हासिल कर सकता है। IMF की ओर से मंगलवार को जारी वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक में कहा गया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में तेज वापसी दिखाई दे रही है। दूसरी ओर, फिक्की के मुताबिक 2020-21 में भारत की जीडीपी 8% फिसल सकती है।
वैश्विक बाजारों में सपाट कारोबार
बुधवार को दुनियाभर के बाजारों में सपाट कारोबार दर्ज किया जा रहा है। एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई इंडेक्स 0.24% और हॉन्गकॉन्ग का हेंगसेंग इंडेक्स 0.02% ऊपर कारोबार कर रहे हैं। दूसरी ओर चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 0.07%, कोरिया का कोस्पी इंडेक्स 0.01% और ऑस्ट्रेलियाई शेयर बाजार भी सपाट कारोबार कर रहे हैं। इससे पहले अमेरिकी बाजारों में भी सुस्ती रही थी। हालांकि, यूरोप के बाजार मजबूत बढ़त के साथ बंद हुए थे। इसमें जर्मनी का DAX इंडेक्स 1.66% ऊपर और फ्रांस CAC इंडेक्स 0.94% ऊपर कारोबार कर रहे हैं।
25 जनवरी को सेंसेक्स 531 अंकों की गिरावट के साथ 48,347.59 पर और निफ्टी 133 अंक नीचे 14,238.90 पर बंद हुआ था। एक्सचेंज डेटा के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने शुद्ध 765.30 करोड़ रु. और घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने 387.76 करोड़ रु. के शेयर बेचे थे।