भोपाल। मध्यप्रदेश में जिस तेजी से पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है उस तेजी से यह पता नहीं चल पा रहा है कि संक्रमण कैसे फैला। यहां तक कि भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एवं मध्य प्रदेश के हेल्थ डायरेक्टर डॉक्टर विजय कुमार कैसे संक्रमित यह भी पता नहीं चल पाया है। दो मामलों में संक्रमण के कारण का पता चल पाया है। एक इंदौर में जनाजे के कारण और दूसरा मुरैना में तेहरवीं के कारण संक्रमण का प्रसार पाया गया है।
कोरोना संक्रमित के जनाजे में शामिल हुआ था युवक, पूरा परिवार पॉजिटिव
काेराेना की चेन इंदौर से अब बेटमा तक पहुंच गई है। यह चेन बेटमा के एक युवक द्वारा इंदौर के काेराेना संक्रमित चचेरे भाई की सेवा और उसकी माैत के बाद जनाजे में शामिल हाेने से बनी है। इसी वजह से एक ही परिवार में पांच लाेग काेराेना पाॅजिटिव पाए गए। यह सभी क्वारैंटाइन सेंटर में थे। शुक्रवार को इनकी रिपाेर्ट पाॅजिटिव आई है। जिस युवक की रिपाेर्ट पॉजिटिव आई है, वह असरावद के क्वारैंटाइन सेंटर से गुरुवार शाम अनुमति लेकर अपने घर बेटमा आ गया था। सुबह उसे पता चला कि उसकी रिपाेर्ट पाॅजिटिव आई है। दाेपहर में युवक के चार अन्य क्वारेंटाइन परिजन की रिपाेर्ट भी पाॅजिटिव आ गई। ये उसके चचेरे भाई काेराेना संक्रमित साजिद के परिवार के सदस्य हैं, जिनमें साजिद की माता, पिता, उसकी बेटी व उसके छाेटे भाई की पत्नी शामिल हैं।
मां की तेरहवीं में दुबई से आया था संक्रमित युवक, परिवार के 11 पॉजिटिव
मुरैना में दुबई से लौटे युवक के परिवार के 24 नजदीकी रिश्तेदारों को आइसोलेट कर दिया गया है। इनमें दो छोटे बच्चे भी शामिल हैं। हालांकि ये संक्रमित नहीं हैं। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही सामने आई। एंबुलेंस में ले जाते वक्त बच्चों को मास्क तक नहीं पहनाया गया था। इस परिवार में कुल 12 लोग संक्रमित पाए गए हैं।