रायपुर: छत्तीसगढ़ के ख्याति प्राप्त पंथी नर्तक डॉ. राधेश्याम बारले को देश के प्रतिष्ठित सम्मान पद्मश्री 2021 से सम्मानित किया जाएगा. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार देर शाम पद्मश्री अलंकरण की घोषणा की. जिसमें जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे सहित देश के 119 लोगों के नाम शामिल है. अबतक इस पुरस्कार से छत्तीसगढ़ में 16 लोगों को नवाजा जा चुका है. इस पुरस्कार के लिए चयनित होने पर डॉ. राधेश्याम बारले को सीएम भूपेश बघेल ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी है.
सीएम बघेल ने कहा कि डॉ. बारले ने अपनी कला साधना से छत्तीसगढ़ और देश को गौरवान्वित किया है. डॉ. बारले लोक कला पंथीनृत्य के ख्यात नर्तक हैं. पंथी नृत्य के माध्यम से उन्होंने बाबा गुरू घासीदास के संदेशों को देश-दुनिया में प्रचारित और प्रसारित करने में अपना अमूल्य योगदान दिया है.
दुर्ग जिले के रहने वाले हैं डॉ. बारले
डॉ. बारले का जन्म दुर्ग जिले के पाटन तहसील के ग्राम खोला में 9 अक्टूबर 1966 को हुआ. इन्होंने एम.बी.बी.एस. के साथ ही इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय से लोक संगीत में डिप्लोमा किया है. डॉ. बारले को उनकी कला साधना के लिए इससे पहले भी कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है.
अब तक इनको मिल चुका है पद्म सम्मान
छत्तीसगढ़ में तीजन बाई, डॉ. द्विजेंद्रनाथ मुखर्जी, पंडित मुकुटधर पाण्डेय, राजमोहिनी देवी, हबीब तनवीर, दामोदर गणेश बापट, शमशाद बेगम, फूलबासन बाई यादव, भारती बंधु, अनुज शर्मा, शेखर सेन, सबा अंजुम, ममता चंद्राकर, अरुण शर्मा, श्यामलाल चतुर्वेदी, मदन सिंह चौहान को पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है.