प्रशासन के कंट्रोल में दवे की दुकानदारी संपत्ति कुर्की से वसूलेंगे घोटाले के 80 लाख

Posted By: Himmat Jaithwar
1/23/2021

इंदौर। राशन माफिया भरत और श्याम दवे की अभी तक करोड़ों रुपए की संपत्ति प्रशासन की जांच में सामने आ चुकी है। इन संपत्तियों की वैधानिक स्थिति की जांच हो रही है। इन संपत्तियों की तहसीलदार के माध्यम से कुर्की कर घोटाले की 80 लाख रुपए की राशि माफियाओं से वसूली जाएगी। वहीं जो संपत्तियां जांच में अवैध आएंगी, उन्हें तोड़ा जाएगा। प्रारंभिक जांच में आठ संपत्तियां जो मिली हैं, उनमें प्रशासन को कुछ जगह पर मल्टियों में अवैध निर्माण भी मिले हैं। इनके भी निर्माण की जांच नगर निगम से कराई जा रही है।

कलेक्टर मनीष सिंह के आदेश से शुक्रवार को कलेक्टोरेट में जांच अधिकारी व अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेडेकर के साथ एसडीएम प्रतुल सिन्हा, वरिष्ठ जिला पंजीयक बालकृष्ण मोरे व नगर निगम के अधिकारियों के साथ तीन घंटे तक बैठक हुई। निगम अधिकारियों से भी कहा गया है कि वह सेंट्रल सर्वर में सभी 31 आरोपियों के नाम, पते डालकर संपत्तियों की सूची बनाएं और उनकी वैधानिकता की जांच करें। पंजीयन विभाग से भी सभी के नाम के पंजीबद्ध दस्तावेज निकाले जा रहे हैं।

आठ तरह... की संपत्तियां अभी तक जांच में मिली
1. धनेश पिता श्याम दवे : 8/1 मोती तबेला, एक मकान
2. प्रेमलता पति श्याम दवे : 13/3, मोती तबेला, दो मंजिला मकान
3. प्रेमलता दवे पति श्याम दवे : 11/1, सिंघे कॉम्प्लेक्स
4. भरत दवे : मकान नंबर 3121, सेक्टर ई सुदामानगर
5. श्याम दवे पिता बालकृष्ण दवे : 19/3, मोती तबेला, तीन मंजिला मल्टी
6. प्रेमलता पति श्याम दवे व धीतेश दवे पिता श्याम : 18/3, मोती तबेला, तीन मंजिला मल्टी
7. श्याम दवे पिता बालकृष्ण दवे : 20/3, मोती तबेला, तीन मंजिला मकान
8. भारती दवे पति भरत दवे : मकान नंबर 3121, सेक्टर ई सुदामानगर

फूड कंट्रोलर मीणा से भी होगी वसूली
प्रशासन ने छह थानों में दस एफआईआर कराई है और सभी में जिला फूड कंट्रोलर आरसी मीणा को भी आरोपी बनाया है। ऐसे में प्रशासन मीणा की भी संपत्ति खोज रहा है, जिससे घोटाले की राशि वसूली जा सके। रिपोर्ट भी प्रमुख सचिव नागरिक आपूर्ति को भेज दी है।

दवे ने कोर्ट से पहले ही ले लिया था स्टे
​​​​​​​उचित मूल्य की दुकानों में भरत दवे ने पहले तो अपने पूरे परिवार को जोड़ लिया और दुकानें दिलवा दीं। बाद में इन दुकानों में कोई और नहीं आ सके, इसके लिए करीब चार साल पहले और दुकानें खोलने पर रोक के लिए हाई कोर्ट में याचिका दायर कर स्टे ले लिया।

बांक गांव में भी दो और दुकानें मिलीं
धार रोड पर ग्राम बांक में भरत दवे के भाई ललित दवे के बेटे विशाल दवे की भी कंट्रोल की दो दुकान होने की जानकारी सामने आई है। इसमें पार्टनर अकबर खान बताया जा रहा है। यहां पर एक मल्टी भी बनाई है। इसमें डायवर्शन व अन्य मंजूरियों को लेकर असमंजस है।



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