इंदौर। एसटीएफ ने नकली नोट बनाकर चलाने वाली गैंग के चार आरोपियों को चोरल और खरगोन से गिरफ्तार किया है। इनके पास से 2 लाख के नकली नोट, प्रिंटर और अन्य सामान जब्त किया। एक आरोपी चोरल के वृंदावन ढाबे में छिपा बैठा था। उसने ढाबे पर 100 का नकली नोट दिया, वैसे ही टीम ने उसे पकड़ लिया। इससे पूछताछ के आधार पर तीन आरोपियों को खरगोन से गिरफ्तार किया। दो आरोपी फरार हैं।
एसटीएफ एसपी मनीष खत्री ने बताया, पकड़ाए आरोपी विशाल ठाकुर निवासी दौलत नगर धार हाल मुकाम 206 पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर, पवन पिता राजेश बौरासी और आशीष पिता रामनारायण चौधरी दोनों निवासी शिप्रा विहार (उज्जैन), करण पिता बद्रीलाल चौहान निवासी दौलत नगर कोतवाली धार है। जबकि धार निवासी संजय वैष्णव उर्फ जय और रोमियो उर्फ शुभम विश्वकर्मा फरार हैं।
सूचना मिलते ही टीम सक्रिय हो गई
एसपी के अनुसार आरक्षक ओमवीर को सूचना मिली कि विशाल नामक बदमाश सनावद से बाइक पर नकली नोट लेकर आ रहा है। वह कहीं नोट लेकर बैठ सकता है। इसलिए एक टीम चोरल में छिप गई, जबकि दूसरी उसके पीछे बड़वाह से लगी। पुलिस की सूचना मिली थी कि आरोपी की नीले रंग की बाइक पर आएगा और वह लोअर और टी-शर्ट पहना होगा। तभी सूचना आई कि विशाल चोरल के वृंदावन ढाबे पर बैठा है। इस पर उपनिरीक्षक मलय महंत और आरक्षक विराट ढाबे पर बैठ गए। विशाल के ढाबे वालों को 100 का नोट देते ही पुलिस ने दबोच लिया। तलाशी में सौ-सौ के 4 नोट मिले।
पेट्रोल टंकी पर रबर से अटैच सफेद थैली में रखे थे नकली नोट
ढाबा मालिक सचिन यादव ने बताया आरोपी का दिया सौ का नोट नकली था। तलाशी में विशाल की बाइक की पेट्रोल टंकी पर रबर से अटैच एक सफेद रंग की थैली मिली जिसमें 500 के 8 नोट, 200 के 9 और 100 के 14 नकली नोट (कुल 7200 रुपए) बरामद किए। विशाल ने बताया ये नकली नोट उसके जीजा संजय वैष्णव उर्फ जय तथा करण निवासी ड्रीम सिटी, बेड़िया (जिला खरगोन) के कमरे में छपते हैं। इस पर पुलिस ड्रीम सिटी बेड़िया पहुंची और विशाल से आवाज लगवाकर दरवाजा खुलवाया।
यहां तीन-चार कमरों में बिजली जल रही थी। एक प्रिंटर भी चालू था। यहां नकली नोट भी मिले। करण, आशीष और पवन को गिरफ्तार कर 1,93400 के नकली नोट जब्त किए। पुलिस आरोपियों से पता लगा रही है कि ये नकली नोट कहां-कहा चला चुके हैं और किसे बेचते थे।