​​​​​​​18 जनवरी तक SIT सरकार को​​​​​​​ सौंप देगी जांच रिपोर्ट, CM ने इसी दिन दोपहर 3 बजे बुलाई बैठक

Posted By: Himmat Jaithwar
1/16/2021

भोपाल। मुरैना में जहरीली शराब से मौतों की घटना की जांच कर रही विशेष जांच दल (SIT) अपनी रिपोर्ट 18 जनवरी को सुबह तक सरकार को सौंप देगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसी दिन दोपहर 3 बजे बैठक बुला ली है। घटना के बाद मुख्यमंत्री के निर्देश पर अपर मुख्य सचिव गृह डॉ.राजेश राजौरा के नेतृत्व में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक ए. सांई मनोहर, सदस्य उप पुलिस महानिरीक्षक मिथिलेश शुक्ला की टीम तीन दिनों से पूरी घटना की जांच कर कर रही है।
मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि मुरैना में जहरीली शराब पीने से 24 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि प्रदेश में पिछले 9 माह में यह आंकड़ा 46 है। लगातार हो रही घटनाओं को मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लिया है। संभावना है कि एसआईटी शनिवार तक जांच पूरी कर मुरैना से भोपाल वापस आ जाएगी और अपनी रिपोर्ट सोमवार को मुख्य सचिव को सौंपे देगी। यही वजह है कि मुख्यमंत्री ने सोमवार बैठक बुलाई है। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री कलेक्टरों व पुलिस अधीक्षकों को सख्त निर्देश दे सकते हैं।

डिस्टलरी से ही निजी हाथों में पहुंची थी ओवर प्रूफ एल्कोहल
मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि चिंता की बात यह है कि मुरैना में जिस जहरीली शराब से 24 लोगों की मौत हुई है, उसमें इस्तेमाल ओवर प्रूफ एल्कोहल डिस्टलरी और वॉटलिंग प्लांट से पहुंच रहा था। आबकारी विभाग की यह बड़ी चूक एसआईटी ने जांच के दौरान पकड़ी है। चेरा और तोर गांव में 1 हजार लीटर ओवर प्रूफ एल्कोहल बरामद भी हुआ है। जबकि डिस्टलरी और वॉटलिंग प्लांट में आबकारी विभाग का अमला तैनात रहता है।
मुरैना के कलेक्टर-एसपी को हटाया गया
घटना के बाद मुख्यमंत्री ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी। इसके बाद मुरैना के कलेक्टर- एसपी के हटाया गया था। जबकि एसडीओपी को निलंबित करने की कार्रवाई की गई थी। इतना ही नहीं, इसी दिन देर शाम संबधित थाने और चौकी के पूरे स्टाफ को भी हटाया गया था। बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा- 'मुरैना की घटना अमानवीय और तकलीफ पहुंचाने वाली है। मिलावट के विरुद्ध अभियान संचालित है, फिर भी घटना दुखद है। ऐसे मामलों में कलेक्टर और एसपी दोषी होंगे, एक्शन लिया जाएगा। मैं मूकदर्शक नहीं रह सकता।'

जहरीली शराब से लगातार मौतें

2 मई 2020: रतलाम के पचेड़ और भड़वासा गांव में 4 मौतें

6 सितंबर 2020: दिवानिया गांव में 2 मौतें

15 अक्टूबर 2020: उज्जैन में 14 मजदूरों की मौत

7 जनवरी 2021: खरगोन के देवला गांव में 2 मौतें
11 से 13 जनवरी 2021: मुरैना में 24 मौतें



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