भोपालः मध्य प्रदेश भाजपा की कार्यकारिणी में बदलाव का इंतजार खत्म हो गया है. यह बदलाव 4.5 वर्षों के बाद हुआ है. शिवराज सरकार की कैबिनेट के उलट भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की नई टीम में ज्योतिरादित्य सिंधिया का प्रभाव कम रखा गया है, उनके सिर्फ एक समर्थक मदन कुशवाहा को कार्यकारिणी में जगह मिली है.
प्रदेश कार्यकारिणी में सिंधिया कोटे से सिर्फ मदन कुशवाहा को जगह
मदन कुशवाहा को प्रदेश मंत्री बनाया गया है. दूसरी ओर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भाजपा की नई कार्यकारिणी में वर्चस्व कायम है. उनके 8 करीबी नेताओं को संगठन में पद मिला है. किसान मोर्चा के अध्यक्ष दर्शन सिंह चौधरी और पिछड़ा वर्ग मोर्चा के अध्यक्ष भगत सिंह कुश्वाहा मुख्यमंत्री के करीबी माने जाते हैं.
तोमर और विजयवर्गीय की पसंद का भी रखा गया ध्यान
वहीं केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की पसंद का ध्यान रखा गया है. इसके अलावा संघ में पैठ रखने वाले नेताओं को भी वीडी शर्मा ने अपनी टीम में शामिल किया है. इस बार उपाध्यक्ष और प्रदेश मंत्री के क्रमशः 2 व 3 पद बढ़ा दिए गए हैं.
वीडी शर्मा की टीम में 2 उपाध्यक्ष और 3 प्रदेश मंत्री पद बढ़े
मध्य प्रदेश भाजपा की पिछली कार्यकारिणी में 10 उपाध्यक्ष और 9 प्रदेश मंत्री थे, लेकिन वीडी शर्मा की नई टीम में दोनों पदों की संख्या 12-12 रखी गई है. मंत्रिमंडल विस्तार में जिन वरिष्ठ विधायकों को मंत्री पद नहीं मिला था, उन्हें संगठन में पद की उम्मीद थी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ है. वीडी शर्मा ने वरिष्ठों पर नए चेहरों को तरजीह दी है.
कैबिनेट के बाद अब कार्यकारिणी में भी वरिष्ठों को जगह नहीं
पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला को कार्यकारिणी में नहीं लिया गया है. लेकिन उनके करीबी राजेश पांडे उपाध्यक्ष बने हैं. पूर्व मंत्री रामपाल सिंह, संजय पाठक और कैबिनेट विस्तार के बाद से ही तीखे तेवर दिखा रहे पाटन विधायक अजय विश्नोई को भी संगठन में स्थान नहीं मिला है.
शिवराज सिंह चौहान का प्रदेश कार्यकारिणी में दबदबा
शिवराज सिंह चौहान के करीबी भोपाल के पूर्व महापौर आलोक शर्मा, महिला मोर्चा की पूर्व अध्यक्ष सीमा सिंह को भाजपा प्रदेश संगठन में उपाध्यक्ष बनाया गया है. राजेश पांडे, ललिता यादव, लता वानखेड़े, प्रभुदयाल कुश्वाहा प्रदेश मंत्री बनाए गए हैं जो मुख्यमंत्री शिवराज के समर्थक माने जाते हैं. नरेंद्र सिंह तोमर के खास सिंगरौली के जिला अध्यक्ष रहे कांतदेव सिंह को भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष का पद मिला है.
दो प्रवक्ताओं को भी कार्यकारिणी में शामिल किया गया
कैलाश विजयवर्गीय के करीबी जीतू जिराती और विधायक बहादुर सिंह सोंधिया प्रदेश मंत्री बने हैं. नरोत्तम मिश्रा के करीबी मुकेश चौधरी को उपाध्यक्ष बनया गया है. बीजेपी के दो प्रदेश प्रवक्ताओं रजनीश अग्रवाल और राहुल कोठारी को प्रमोशन मिला है. रजनीश संगठन महामंत्री सुहास भगत और राहुल नरेंद्र सिंह तोमर के करीबी हैं. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि प्रदेश कार्यकारिणी में न सही लेकिन निगम मंडलों में सिंधिया समर्थकों को एडजस्ट किया जाएगा.
सात मोर्चों के अध्यक्षों की भी नियुक्ति हो गई है
कार्यकारिणी के अलावा 7 मोर्चों के अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी गई है. इसमें 4 नेता प्रमोट होकर अध्यक्ष बने हैं. माया नारोलिया महिला मोर्चा में महामंत्री थीं, अब अध्यक्ष हैं. दर्शन सिंह चौधरी किसान मोर्चा में उपाध्यक्ष थे, अब अध्यक्ष हैं. वैभव पवार युवा मोर्चा में उपाध्यक्ष थे अब अध्यक्ष हैं. रफत वारसी अल्पसंख्यक मोर्चा के उपाध्यक्ष थे, अब अध्यक्ष हैं.
संघ के करीबी दो नेताओं को दो मोर्चों की कमान
भगत सिंह कुश्वाहा को एक बार फिर पिछड़ा वर्ग का अध्यक्ष बनाया गया है. संघ से करीबी रखने वाले पूर्व विधायक डॉ. कैलाश जाटव अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष और कली सिंह भाबर अनुसूचित जनजाति मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया है.