भोपाल। राजधानी में वैक्सीनेशन की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। बुधवार को कोरोना वैक्सीन पुणे से मुंबई होती हुई भोपाल पहुंच जाएगी। मुंबई में वैक्सीन लोड होने के 4 घंटे पहले स्वास्थ्य विभाग मप्र को रवानगी की जानकारी दी जाएगी।
यह भी तय हो गया है कि कोवैक्सीन कंपनी का ही टीका भोपाल समेत अन्य 8 जिलों में लगाया जाएगा। भोपाल में वैक्सीन उतारने से लेकर सेंटर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन के अफसर और पुलिस के जवान संभालेंगे। कोल्ड चैन पाइंटर और वैक्सीनेशन सेंटर पर 150 पुलिसकर्मियों को तैनात करने की योजना बनाई है।
भोपाल में वैक्सीन रखने के लिए 53 कोल्ड चैन पाइंट बनाए गए हैं। वहीं वैक्सीनेशन के लिए 85 जगह पर 130 टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। हर सेंटर पर 126 सेशन वैक्सीनेशन के लिए तय किए गए हैं। व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग हमीदिया और टीबी अस्पताल पहुंचे। जीएमसी में टीकाकरण केंद्र लाइब्रेरी में बनाया गया है। मंत्री ने डीन डॉ. अरुणा कुमार को निर्देश दिए कि सेंटर पर वैक्सीनेटर आफिसर का नाम और मोबाइल नंबर डिस्प्ले किया जाना चाहिए।
आप तक ऐसे पहुंचेगी वैक्सीन
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कोविशील्ड और भारत बायोटेक ने कोवैक्सीन बनाई। वैक्सीन पुणे एयरपोर्ट से मुंबई और वहां से भोपाल आएगी। मुंबई से वैक्सीन रवाना होने के 4 घंटे पहले स्वास्थ्य विभाग को सूचना मिल जाएगी।
एयरपोर्ट वैक्सीन वैन तक पहुंचाई जाएगी। क्योंकि वैन को रनवे तक जाने की अनुमति नहीं है। वैक्सीन की पैकिंग इस तरह की गई है कि वह पैकिंग करने से लेकर 24 घंटे तक खराब नहीं होगी। एयरपोर्ट से वैक्सीन कमला पार्क स्थित रीजनल ड्रग स्टोर ट्रक ये पहुंचाई जाएगी।
इस ड्रग स्टोर तक 8 जिलों के ट्रक आएंगे, जिनमें वैक्सीन भेजी जाएगी। भोपाल की वैक्सीन वैन से जेपी अस्पताल परिसर स्थित कोल्ड स्टोर तक पहुंचाई जाएगी। जेपी अस्पताल के स्टोर से 53 कोल्ड चैन पाइंट तक वैक्सीन पहुंचाई जाएगी।
भोपाल को 33 हजार डोज मिलने की उम्मीद
- भोपाल में 42 हजार 710 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।
- 650 लोगों की हो चुकी है मौत।
- भोपाल को 33 हजार डोज मिलने की उम्मीद
- प्रदेश को मिलेंगे 10 लाख डोज
- हर सेंटर पर 100 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी।