नई दिल्ली। सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा है कि उत्तर की सीमाओं पर हम पूरी तरह चौकस हैं और चीन से किसी भी चुनौती का सामना करने को तैयार हैं। पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है। लेकिन उसको साफ-साफ कहा है कि यह बर्दाश्त नही किया जाएगा। जनरल नरवणे ने मंगलवार को सेना की सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही।
चीन को फर्स्ट मूवर एडवॉन्टेज मिला
सेना प्रमुख ने कहा, ‘लद्दाख में टकराव के मोर्चों पर हालात नहीं बदले हैं। सरकार का साफ-साफ निर्देश है कि हम मोर्चे पर डटे रहेंगे, चाहे सर्दी हो या गर्मी। बातचीत से समाधान निकालने की कोशिश होगी, लेकिन समाधान आपसी सुरक्षा के आधार पर ही होगा। चीन के मूवमेंट पर हम लगातार नजर बनाए हुए हैं, लेकिन उन्हें फर्स्ट मूवर एडवॉन्टेज था। पहले आने वाले को यह फायदा हमेशा होता है।’
सर्दी में सीमा पर जवानों की तैनाती के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘हमने सैनिकों के लिए सर्दी से बचाव और जरूरत के बेहतर उपकरण मुहैया कराए हैं। हमारे जवानों का मनोबल काफी ऊंचा है। चिंता की कोई बात नहीं है।’
पाकिस्तान को संदेश- हमारा वार अचूक होगा
जनरल नरवणे ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद को सरकारी नीति के तौर पर इस्तेमाल करता आ रहा है। हमने यह स्पष्ट किया है कि पलटवार का हमारा अधिकार सुरक्षित है। इसकी जगह और समय हम तय करेंगे। हमारा वार अचूक होगा।’
बीते साल दो चुनौतियों का सामना किया
सेना प्रमुख ने कहा कि चीन के साथ नवें दौर की बातचीत होना है। उम्मीद है कि बातचीत से हम समाधान का रास्ता निकाल पाएंगे। नहीं निकला तो उसके लिए भी तैयार हैं। उत्तरी सीमा और कोरोना महामारी के कारण बीता साल चुनौतियों भरा रहा। हमने दोनों का सामना किया। कम नोटिस पर एक तरफ सेना तैनात किया तो दूसरी तरफ सभी राज्यों और लोगों की मदद की। क्वारैंटाइन कैम्प बनाए।
सेना में अब तकनीकी पर फोकस
जनरल नरवणे ने कहा कि भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए सेना में बदलाव किए जा रहे हैं। तकनीक पर फोकस है। हमारी ऑपरेशनल तैयारी काफी है, साथ ही जवानों का हौसला भी ऊंचा है।