उत्तर प्रदेश-मध्य प्रदेश में पानी बंटवारे को लेकर मंत्राालय में एक बैठक होने जा रही है। इस बैठक में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट और विभाग के अफसर मौजूद रहेंगे। पहले यह बैठक 11 जनवरी को होना वाली थी, लेकिन अब यह बैठक आज हो रही है। बैठक में शामिल होने के लिए केंद्र के अफसर भी भोपाल आए हैं। मंत्रालय सूत्रों का कहना है कि केन-बेतवा लिंक परियोजना से उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के लिए पानी के बंटवारे का विवाद सुलझ ही नहीं रहा है। परियोजना से 930 एमसीएम (मिलियन क्यूबिक मीटर) पानी उत्तर प्रदेश को देने से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इंकार करने के बाद फिर बैठकों को दौर शुरू हो गया है। भोपाल में बैठक करने के बाद शेखावत उत्तर प्रदेश सरकार के साथ भी बैठक करने लखनऊ भी जाएंगे। बता दें कि परियोजना से उत्तर प्रदेश रबी सीजन के लिए 930 एमसीएम पानी मांग रहा है, जबकि मध्यप्रदेश 2005 में हुए अनुबंध की शर्तों के तहत 700 एमसीएम पानी ही देना चाहता है।
पिछले महीने मुख्यमंत्री चौहान ने परियोजना की समीक्षा करते हुए साफ कर दिया है कि उत्तर प्रदेश को उतना ही पानी दिया जाएगा, जितना अनुबंध में तय हुआ था। उन्होंने केंद्रीय जल संसाधन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से बैठक के दौरान ही फोन पर बात की थी। शेखावत ने भरोसा भी जताया था कि पानी के बंटवारे को लेकर दोनों राज्यों का शीर्ष नेतृत्व बैठक कर आपसी सहमति से हल निकलेगा और परियोजना का काम जल्द शुरू होगा। उसके बाद पहली बार केंद्रीय अधिकारियों का दल भोपाल आ रहा है। सूत्र बताते हैं कि बैठक में केंद्रीय अधिकारी दोनों राज्यों की पानी की जरूरत पर फिर से बात करेंगे। तकनीकी रूप से किसे कितने पानी की जरूरत है, उस पर भी बात होगी।