अरब सागर से आने वाली नमी से बादल बने; अगले 48 घंटे में भोपाल और इंदौर संभाग में ओलावृष्टि की संभावना

Posted By: Himmat Jaithwar
1/8/2021

भोपाल। पश्चिमी अफगानिस्तान और अरब सागर में दो सिस्टम बनने से प्रदेश में बारिश की संभावना बढ़ गई है। मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि अगले 48 घंटों में भोपाल, इंदौर, होशंगाबाद, जबलपुर और सागर संभाग में कहीं-कहीं बारिश हो सकती है। इसके साथ ही भोपाल और इंदौर संभाग में ओलावृष्टि भी हो सकती है।

इसका ज्यादा प्रभाव मध्यप्रदेश के दक्षिणी भाग पर रहेगा। बीते चौबीस घंटों की बात करें तो प्रदेश के बैतूल, होशंगाबाद, सागर, विदिशा, ग्वालियर और मुरैना संभागों में हल्की बारिश हुई। श्योपुर, कल्याण और नीमच में शीतलहर चली। अब दो दिन बाद ठंड आने की संभावना है। इसके कारण 14 जनवरी के आसपास फिर से ज्यादा ठंड हो सकती है।

दो सिस्टम ने बदला मौसम

मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह के अनुसार अभी पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी अफगानिस्तान के ऊपर बुना हुआ है। यह चक्रवातीय गतिविधियों के रूप में सक्रिय हो चुका है। इधर, दक्षिण-पूर्वी अरब सागर में अन्य चक्रवातीय गतिविधियां सक्रिय है। इसके कारण अरब सागर के दक्षिण से नमी आ रही हैं। इन्हीं दो सिस्टम का प्रदेश के मौसम का प्रभाव पड़ रहा है। इसी कारण मध्यप्रदेश के दक्षिणी हिस्सों के संभागों में इसका ज्यादा असर दिखाई देगा।

दिन की अपेक्षा रात के तापमान में उछाल रहेगा

सिंह ने बताया कि बादल छाने के कारण दिन का तापमान सामान्य से कम आ गया है, जबकि रातें ज्यादा गर्म हो रही हैं। यह रात का तापमान सामान्य से 12 डिग्री सेल्सियस तक अधिक तक चला गया हैं। अभी दो-तीन दिन यही स्थिति रहेगी। पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर से नमी आना बंद होने के बाद बादल हट जाएंगे। इसके बाद दोबारा ठंड का असर शुरू होगा। संक्राति के इसके अधिक जोर पकड़ने की उम्मीद है।

यहां रहा कोहरे का जोर

भोपाल समेत प्रदेश के छह से ज्यादा स्थानों पर कोहरे का खासा असर रहा। भोपाल के अलावा सागर, शाजापुर, खजुराहो, ग्वालियर में दृश्यता 500 मीटर और नौगांव में 200 मीटर तक रह गई। हालांकि इसके अलावा भी अन्य जगहों पर कोहरा रहा, लेकिन वह उतरा प्रभावी नहीं दिखा।



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