भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों के साथ 'चाय पर चर्चा' शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री ने आज सुबह चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग को अपने निवास पर चाय पीने के लिए बुलाया था। इस दौरान सारंग ने मुख्यमंत्री को विभाग के रोडमैप की जानकारी दी। बैठक के बाद सारंग ने बताया कि सीएम से चर्चा में तय हुआ है कि मध्य प्रदेश में ईज ऑफ हेल्थ सर्विसेज शुरू की जाएगी। इसके तहत लोगों को समय पर गुणवत्तापूर्ण इलाज मिल सके। मुख्यमंत्री के साथ ऐसे 25 बिंदुओं पर चर्चा हुई है, जिसे अगले 3 साल में लागू किया जाएगा।
सारंग ने बताया कि नेशनल हेल्थ कमीशन की गाइडलाइन को लागू किया जाएगा। जिसके तहत मप्र में हेल्थ मैनेजमेंट, क्रिटिकल केयर और इमरजेंसी मेडिसन के पीजी कोर्स शुरू किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि मप्र में मरीज मित्र योजना शुरू करने जा रहे है। जिसके तहत अस्पतालों में मरीजों के इलाज में आर्थिक योजना के लिए निजी संस्थाओं को आगे आने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
हर जिले में बनेगा मेडिकल कॉलेज
सारंग ने बताया कि नीति आयोग की सिफारिश के अनुसार हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोलने को लेकर मुख्यमंत्री ने सैद्धांतिक सहमति दे दी है। उन्होंने जल्दी ही प्लान तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
भोपाल में होगा मेडिकल मंथन
मंत्री के मुताबिक मेडिकल सर्विसेज को बेहतर बनाने के लिए भोपाल में मेडिकल मंथन का आयोजन किया जाएगा। दो दिवसीय इस आयोजन में देश भर से चुनिंदा स्वास्थ्य विशेषज्ञों को आमंत्रित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेजों से संबंद्व अस्पतालों के उन्नयन को लेकर भी मुख्यमंत्री से चर्चा हुई है।
भोपाल में बनेगा गैस त्रासदी स्मारक
मंत्री ने बताया कि भोपाल में यूनियन कार्बाइड प्लांट के निकट गैस त्रासदी स्मारक बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि जहरीला कचरा निष्पादन के लिए 15 दिन में टेंडर जारी कर दिया जाएगा।
यशोधरा की सीएम से चर्चा
सारंग के बाद मुख्यमंत्री ने खेल, तकनीकी शिक्षा एवं कोशल विकास मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया के साथ भी चाय पर चर्चा की। इस बारे में यशोधरा ने बताया कि सीएम से ग्लोबल स्किल पार्क को लेकर चर्चा हुई है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री 2017 में सिंगापुर दौरे पर गए थे, तब उन्होंने मप्र में इस तरह के ग्लोबल पार्क की कल्पना की थी। मंत्री ने बताया कि इस पार्क का निर्माण के लिए टाटा कंसल्टेंसी को एजेंसी नियुक्त किया गया है। इस पार्क में 10 हजार बच्चों का स्किल डवलपमेंट करने की योजना है।