पटना: कांग्रेस नेता भरत सिंह के दावे ने बिहार का सियासी पारा बढ़ा दिया है. कांग्रेस नेता ने यह दावा किया है कि पार्टी में बहुत जल्द बड़ी टूट होने वाली है. अब कांग्रेस नेता के इस दावे पर सियासत शुरू हो गई है. इसी क्रम में जेडीयू ने भरत सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस की स्थिति को लेकर हम पहले से आरोप लगाते रहे हैं. अब कांग्रेस नेता के बयान ने उसकी पुष्टि कर दी है.
अच्छी स्थिति में नहीं है कांग्रेस
जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि बिहार में लंबे समय से कांग्रेस अच्छी स्थिति में नहीं है. हम यह आरोप लगाते रहे हैं कि बिहार कांग्रेस कोमा में है और आज उनके ही पार्टी के नेता के दावे ने यह सिद्ध भी कर दिया.
शक्ति सिंह गोहिल ने भांप ली थी बात
उन्होंने कहा, " कांग्रेस नेता भरत सिंह ने जो पार्टी में संभावित भगदड़ को लेकर दावा किया है, शायद इस बात को पूर्व बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने भांप लिया था. इसलिए बहाना ढूंढ कर उन्होंने बिहार कांग्रेस के प्रभारी पद से उन्हें मुक्त करने की इच्छा जताई थी."
जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने नसीहत देते हुए कहा कि दूसरे के घरों में तांक-झांक करने वाले कांग्रेस के नेताओं को पहले अपनी पार्टी को बचाने की कोशिश करनी चाहिए. लेकिन यह लक्ष्य आसान नहीं है.
भरत सिंह ने किया है ये दावा
गौरतबल है कि कांग्रेस के नेता और पूर्व विधायक सिंह ने ये दावा की किया है कि बहुत जल्द कांग्रेस के 19 विधायकों में से 11 विधायक पार्टी छोड़ सकते हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी में बहुत जल्द बड़ी टूट होगी और 11 विधायक पार्टी छोड़ देंगे.
भरत सिंह ने कहा कि विधानसभा चुनाव में इस बार बाहरी लोगों को टिकट दिया गया. वो पार्टी के नेता नहीं थे. इनमें से 11 उम्मीदवार जीत गए हैं. उन्हें पार्टी से कोई मतलब नहीं है. यह सभी बीजेपी-जेडीयू से प्रभावित हैं, जो इन दिनों अपना संख्या बल बढ़ाने में जुटे हुए हैं.
मदन मोहन झा पर लगाया आरोप
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि उनके छुट्टी की तारीख नजदीक है. उन्हें अब अपना भविष्य नहीं दिख रहा, इसलिए वो अशोक चौधरी के रास्ते पर हैं. अशोक चौधरी जिस तरह अध्यक्ष पद से हटने के बाद पार्टी के कुछ एमएलसी के साथ जेडीयू में शामिल हो गए ठीक उसी राह पर ये भी चल रहे हैं.