भोपाल। बीजेपी की प्रदेश कार्यसमिति में नियुक्तियों को लेकर इंतजार अब खत्म होता हो गया है। कैबिनेट विस्तार के साथ प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा भी अपनी टीम का ऐलान कर देंगे। प्रदेश अध्यक्ष रविवार को देर शाम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह, प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत और संगठन सह महामंत्री हितानंद शर्मा के साथ बैठक कर नामों को फाइनल करेंगे। इसके बाद प्रदेश कार्यकारिणी सूची जारी की जाएगी।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रदेश कार्यकारिणी में एससी-एसटी और ओबीसी के ज्यादा लोगों को जगह दी जाएगी। ऐसे में सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के खेमे से केवल 3-4 लोगों को एडजस्ट किया जाएगा। इसमें एक-दो प्रवक्ता व एक चेहरा संगठन में होगा। पंकज चतुर्वेदी के साथ विधायक मनोज चौधरी और रक्षा सिरोनिया को संगठन में लेने के लिए संगठन तैयार है, लेकिन सिंधिया खेमा दोनों विधायकों को मंत्री बनवाना चाहता है। कैबिनेट विस्तार में केवल तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को लिया गया है। सिंधिया खेमे के अन्य नेताओं पर रविवार को होने वाली बैठक में इस अंतिम निर्णय होगा।
संगठन में जातिगत समीकरण को ध्यान में रखकर संगठन में नियुक्ति पर ज्यादा फोकस किया गया है। इसके मद्देनजर सिंधिया के समर्थकों को कार्यसमिति में कम ही जगह मिलेगी, उन्हें मोर्चों में एडजस्ट किया जाएगा।
दिल्ली ने तय किया 55 का क्राइटेरिया
दिल्ली ने प्रदेश संगठन को साफ कर दिया है कि बहुत अधिक मजबूरी या विवशता न हो तो टीम में 55 वर्ष से अधिक उम्र का व्यक्ति न लिया जाए। इस क्राइटेरिया के आने के बाद अब प्रदेश में टीम के गठन पर चल रहा गतिरोध थम गया है। दरअसल, यहां कई सीनियर नेता दबाव बना रहे थे कि उन्हें मंत्रिमंडल में नहीं लिया गया तो कम से कम संगठन में सम्मान मिले। इसमें पूर्व मंत्री व तीन से चार बार के विधायक हैं।
हर क्षेत्र को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश
सूत्रों ने बताया कि संगठन में हर क्षेत्र को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की गई है। भोपाल से पूर्व महापौर आलोक शर्मा और शैलेंद्र शर्मा को वीडी शर्मा की टीम में जगह मिल सकती है। इसी तरह बुंदेलखंड से लता वानखेड़े, चंबल से संध्या राय, जबलपुर से विनोद मिश्रा और आशीष दुबे, रीवा से दिव्यराज सिंह, शहडोल से हिमांद्री सिंह या नरेंद्र मरावी, निमाड़ से वेल सिंह भूरिया और चेतन कश्यप, होशंगाबाद से माया नारोलिया, रायसेन से नरेंद्र शिवाजी पटेल, भिंड-मुरैना से राघवेंद्र शर्मा या राघवेंद्र गौतम, मंदसौर से विजय आठवाल को संगठन में लिया जा सकता है।
10 उपाध्यक्ष और 10 प्रदेश मंत्री बनेंगे
पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रदेशाध्यक्ष की टीम में 10 उपाध्यक्ष और 10 प्रदेश मंत्री रहेंगे। प्रदेश उपाध्यक्ष अरविंद भदौरिया, उषा ठाकुर और बृजेंद्र प्रताप सिंह को संगठन से बाहर करने पर सहमति बन गई है। दरअसल, तीनों नेता शिवराज सरकार में मंत्री हैं। अब संगठन में इनकी जगह तीन नए लोगों को जगह दी जाएगी।
पांच साल से नई टीम का इंतजार
भाजपा की प्रदेश कार्यकारिणी में पांच साल से बदलाव नहीं हुआ है। सांसद नंदकुमार सिंह चौहान के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने नई टीम बनाई थी, लेकिन इसके बाद से अभी तक प्रदेश कार्यकारिणी का पुनर्गठन नहीं हो पाया है। चौहान के बाद सांसद राकेश सिंह को प्रदेश संगठन की कमान मिली थी, लेकिन वे भी टीम नहीं बना पाए थे। सिंह के बाद इसी साल फरवरी में सांसद वीडी शर्मा प्रदेश अध्यक्ष बने, लेकिन वे भी अभी तक कार्यकारिणी घाेषित नहीं कर पाए। हालांकि उपचुनाव के बीच शर्मा ने अपनी टीम में पांच महामंत्री भगवान दास सबनानी, रणवीर सिंह रावत, हरिशंकर खटीक,शरतेंद्रु तिवारी, कविता पाटीदार को शामिल कर लिया।