मध्य प्रदेश में 1 जनवरी से सभी शासकीय और अशासकीय कॉलेज खुल जाएंगे। कॉलेज भी स्कूल की तरह ही लगाए जाएंगे। 1 से लेकर 10 जनवरी तक केवल प्रैक्टिकल के लिए क्लास लगाई जाएंगी। यूजी फाइनल ईयर और पीजी थर्ड सेमेस्टर की क्लास 10 जनवरी से शुरू होंगी। उच्च शिक्षा विभाग द्वारा शासन को भेजे गए प्रस्ताव को शासन ने मंजूर कर दिया। इस संबंध में दैनिक भास्कर पहले ही कॉलेज के खुलने और क्लास के शेड्यूल की खबर पहले ही प्रकाशित कर चुका था।
उच्च शिक्षा विभाग के अनुसार नई गाइडलाइन में कॉलेज खुलने के आदेश शासन ने जारी कर दिए हैं। एक जनवरी से सभी शासकीय और अशासकीय कॉलेज खुल जाएंगे। इसमें बीए से लेकर तकनीकी कॉलेज भी शामिल हैं। एक जनवरी से पहले 10 दिन सिर्फ प्रैक्टिकल और 10 जनवरी से नियमित क्लास शुरू की जाएंगी। इसके बाद 20 जनवरी को सभी जिलों के आपदा प्रबंधन की बैठक होगी। उसके बाद कॉलेज को आगे नियमित और क्लास की संख्या बढ़ाने पर निर्णय लिया जाएगा। इस में कोरोना की स्थिति को मुख्य रूप से ध्यान रखा जाएगा।
एक तिहाई उपस्थिति से कक्षाएं लगाई जाएंगी
इसके बाद अब प्रदेशभर के इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, फॉर्मेसी कालेज और पॉलीटेक्निक एक जनवरी से खोले जा सकेंगे। ये कॉलेज शासन और यूजीसी द्वारा जारी गाइडलाइन के तहत ही लगेंगे। संस्थानों और विद्यार्थियों की सहमति से ही कॉलेज खोले जाएंगे। प्रबंधन विद्यार्थियों को कॉलेज आने के लिए मजबूर नहीं करेंगे। छात्र अपनी मर्जी से ही कॉलेज आकर कक्षाओं में उपस्थित होंगे। इसलिए कॉलेज स्टूडेंट्स की एक तिहाई उपस्थिति से कक्षाएं लगाई जा सकेंगी।
ऑनलाइन क्लास भी चलेंगी
छात्र अपनी मर्जी से कॉलेज आ सकेंगे। अगर वे कॉलेज नहीं आना चाहते हैं, तो पहले की तरह ऑन लाइन क्लास चालू रहेंगी। किसी भी तरह की सार्वजनिक गतिविधियों जैसे खेल और अन्य तरह के कार्यक्रम प्रतिबंधित हैं। इसके अलावा हॉस्टल भी नहीं खुलेंगे। लाइब्रेरी भी केवल किताबों को लेने और जमा करने के लिए खुलेगी। छात्र को कॉलेज आने के लिए माता-पिता की लिखित अनुमति लाना होगा। छात्रों को 50% क्षमता के आधार पर रोटेशन के आधार पर बुलाया जा सकेगा।