मनीला. कोरोना वायरस (coronavirus) के फैलाव को रोकने के लिए भारत सहित कई दुनिया के देश लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं. हालांकि, लॉकडाउन को लेकर जो नजरिया भारत की जनता है, लगभग वैसा ही नजारा अन्य देशों में भी देखने को मिल रहा है. यानी लोग लॉकडाउन को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें पुलिसकर्मी बेवजह बाहर निकलने वालों को गोली मारने की बात कर रहे थे. इस वीडियो को मध्यप्रदेश के जबलपुर का बताया जा रहा था, लेकिन बाद में वह फर्जी पाया गया.
हालांकि एशियाई देश फिलीपींस में बाकायदा ऐसा निर्देश जारी किया गया है. लॉकडाउन उल्लंघन के बढ़ते मामलों को देखते हुए फिलीपींस के राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते ने पुलिस और सेना को निर्देश दिए हैं कि लॉकडाउन को गंभीरता से नहीं लेने वालों को देखते ही शूट कर दिया जाए. साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि स्वास्थ्यकर्मियों से दुर्व्यवहार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
राष्ट्रपति के इस निर्देश से जहां आम जनता परेशान है, वहीं कोरोना से बचाव में अहम भूमिका निभा रहे स्वास्थ्यकर्मियों में ख़ुशी का माहौल है. दुतेर्ते ने बुधवार को कहा, ‘मैं सेना और पुलिस के साथ-साथ अधिकारियों से यह कहना चाहता हूं कि यदि लोग परेशानी पैदा करते हैं और आपकी जान को खतरा होता है, तो गोली चलाने में संकोच न करें’.
इतना ही नहीं उन्होंने लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि आप समस्या उत्पन्न करते हैं, तो मैं आपको कब्र में भेज दूंगा. राष्ट्रपति के इतने सख्त आदेश पर बवाल होना लाजिमी है. सामाजिक और मानवाधिकार संगठनों ने गोली मारने के आदेश की आलोचना करते हुए कहा है कि राष्ट्रपति को इसके बजाए आवश्यक राहत आपूर्ति प्रदान करने पर ध्यान देना चाहिए. फिलीपींस में एमेनेस्टी इंटरनेशनल ने एक बयान जारी कर कहा कि यह चिंताजनक है कि राष्ट्रपति रोड्रिगो दुतेर्ते शूट-टू-किल की नीति को बढ़ावा दे रहे हैं. हथियार बंद जवानों को कभी भी COVID -19 जैसी महामारी से निपटने के हथियार के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए.
यह है सख्ती की वजह
अपने कड़े फैसलों के लिए पहचाने जाने वाले रोड्रिगो दुतेर्ते ने 2016 के चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की थी. कोरोना वायरस ने फिलीपींस को भी काफी प्रभावित किया है. यहां अब तक 2,311 मामले सामने आ चुके हैं, जबकि 96 लोगों की मौत हुई है. राष्ट्रपति के इस सख्त और विवादित निर्देश के पीछे बुधवार को मनीला में हुई एक घटना को जिम्मेदार माना जा रहा है. दरअसल, बड़ी संख्या में लोगों ने सरकार के खाद्य वितरण नियमों के खिलाफ लॉकडाउन का उल्लंघन किया था. इसके बाद राष्ट्रपति को टीवी के माध्यम से लोगों को चेतावनी देनी पड़ी.