भोपाल। हिमाचल-जम्मू कश्मीर में पहाड़ों पर हो रही है बर्फबारी के चलते समूचा उत्तर भारत कड़ाके की ठंड झेल रहा है। असर मध्यप्रदेश में दिखने लगा है। वहां से आ रही बर्फीली हवाओं से प्रदेश में ठिठुरन बढ़ गई है। तीन शहर दतिया, ग्वालियर और धार शीतलहर की चपेट में आ गए हैं। वहीं, 11 शहरों में न्यूनतम पारा 7 डिग्री से नीचे पहुंच गया है। सबसे सर्द रात दतिया में रही, यहां का न्यूनतम तापमान लुढ़ककर 3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
राजधानी भोपाल में मंगलवार को कोल्ड डे दिन का तापमान भी सामान्य से 6 डिग्री नीचे 19.3 डिग्री और भाेपाल में रात का तापमान सामान्य से 3 डिग्री नीचे 7.8 डिग्री दर्ज किया गया। इसलिए यहां पर कोल्ड रहा है। हालांकि न्यूनतम तापमान में आज 3 डिग्री की बढ़ोत्तरी हो गई है। न्यूनतम तापमान 10.1 रिकॉर्ड किया गया। मंगलवार को उज्जैन समेत 5 अन्य जिलाें में भी काेल्ड डे रहा। इंदाैर और धार में सीवियर काेल्ड डे था।
इन शहरों में दतिया, धार, गुना, ग्वालियर, खरगोन, पचमढ़ी, रायसेन, रतलाम, खजुराहो, नौगांव, शाजापुर में सात डिग्री से कम तापमान रहा। राजस्थान में पड़ रही भीषण ठंड के चलते ग्वालियर-चंबल में पारा तेजी लुढ़का है।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक, ठंड के यह तेवर एक जनवरी तक इसी तरह बने रहने के आसार हैं। इस दौरान प्रदेश में न्यूनतम तापमान दो डिग्री तक पहुंच सकता है। सोमवार से हवाओं का रुख उत्तरी होते ही राजधानी सहित पूरे प्रदेश में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट का सिलसिला शुरू हो गया है। ग्वालियर, चंबल, सागर संभाग शीतलहर की चपेट में आ चुके हैं। फसलों पर पाला पड़ने की आशंका भी बढ़ गई है।
वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि आसमान साफ होने और वातावरण में नमी नहीं होने के कारण धूप तो निकल रही है, लेकिन लगभग 15 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चल रही सर्द हवाओं के कारण धूप में भी सिहरन महसूस हो रही है। साथ ही अधिकतम तापमान भी नहीं बढ़ पा रहा है।
अभी दो-तीन दिन ऐसे ही रहेंगे ठंड के तेवर
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि उत्तर भारत कड़ाके की ठंड की चपेट में है। वर्तमान में हवा का रुख उत्तरी बना हुआ है। पड़ोसी राज्य राजस्थान भी कड़ाके की ठंड की चपेट में है। इस वजह से राजस्थान से लगे मध्य प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी इलाके में तापमान तेजी से नीचे गिर रहा है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए एक जनवरी तक ठंड के तेवर इसी तरह तीखे बने रहने के आसार हैं। इससे बाद तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने की संभावना है।
3 जनवरी के बाद हो सकती है बारिश
तीन जनवरी के बाद प्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर बिगड़ने के आसार भी बन रहे हैं। पूर्वी और पश्चिमी हवाओं के सम्मिलन (टकराव) के कारण राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में बारिश होने की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ ओले भी गिर सकते हैं। बरसात की स्थिति दो दिन तक बनी रह सकती है।