भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ेंगे। अभी नाथ प्रदेशाध्यक्ष के साथ नेता प्रतिपक्ष के पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। वे प्रदेश अध्यक्ष का पद अपने पास रखेंगे।
सूत्रों के अनुसार नाथ ने नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़ने के बारे में राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को बता दिया है। अब फैसला दिल्ली को लेना है। इसके संकेत पहले भी मिले थे, लेकिन उप चुनाव के चलते यह फैसला नहीं हो पाया।
प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव तीन महीने के लिए टल गए हैं। इसलिए यह माना जा रहा है कि अब मार्च के महीने में ही यह चुनाव होंगे। प्रदेश अध्यक्ष की कमान उनके पास होने से चुनाव प्रचार की कमान भी नाथ के पास ही होगी। इसी दौरान विधानसभा का बजट सत्र होना है जिसकी अवधि लंबी होगी। इस वजह से नाथ नेता प्रतिपक्ष के रूप में पूरा समय सदन में नहीं दे पाएंगे।
इसलिए यह माना जा रहा है कि बजट सत्र में कांग्रेस को सदन में नया नेता मिल जाए। प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष पद के लिए छह से ज्यादा वरिष्ठ विधायकों के नाम हैं, इन्हीं नामों से किसी एक के बारे में फैसला भी पार्टी आलाकमान के स्तर पर ही लिया जाएगा। क्योंकि कांग्रेस विधानसभा में 96 विधायकों के साथ मजबूत विपक्ष की भूमिका है।