भोपाल: कांग्रेस के स्थापना दिवस पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भोपाल स्थित पार्टी कार्यालय में झंडे को सलामी दी. उन्होंने इस अवसर पर पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया. कमलनाथ ने कहा कि आज का दिन विश्व के लिए ऐतिहासिक दिन है. कांग्रेस और सेवादल की स्थापना नहीं होती तो मैं यहां बोल नहीं पाता, आप सुन नहीं पाते. देश को आजाद कराने वालों में कांग्रेस और सेवादल के लोगों के ही नाम हैं.
''जब मैंने पहला चुनाव लड़ा BJP जन्मी नहीं थी''
कमलनाथ ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, ''जो लोग खुद को राष्ट्रवादी कहते हैं, वे अपनी पार्टी से एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का नाम बता दें. जब मैंने पहला इलेक्शन लड़ा था तब भाजपा का जन्म भी नहीं हुआ था. अब ये राष्ट्रवाद की बड़ी बड़ी बातें करते हैं. नौजवानों सच्चाई का साथ दो. हमें हिंसा नहीं चाहिए न्याय चाहिए.'' मध्य प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष ने किसान आंदोलन पर भी केंद्र की मोदी सरकार को घेरने की कोशिश की. उन्होंने कहा, ''लाखों किसान आंदोलन कर रहे हैं, क्या वे मूर्ख हैं? किसानों को बंधुआ बनाने का प्रयास किया जा रहा है.''
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''जो किसान से टकराएगा, चूर-चूर हो जाएगा''
कमलनाथ ने कहा, ''इंदिरा गांधी ने कृषि उत्पादों का राष्ट्रीयकरण किया था. तब एमएसपी और एफसीआई बना. कांग्रेस एमपी में सरकार में आएगी तो कृषि को लेकर कानून लाएगी. समर्थन मूल्य से कम खरीदी को अपराध घोषित किया जाएगा. एमपी के मंत्रालय पर कांग्रेस का झंडा लहराएगा. इसमें कोई शक नहीं कि हमारी सरकार आएगी. जो किसान से टकराएगा, चूर-चूर हो जाएगा. ये धोती-पजामा वाले नहीं जींस-टी शर्ट वाले किसान हैं.''
कृषि कानूनों के विरोध में कांग्रेस सेवादल की रैली
कमलनाथ ने एलान किया कि कृषि कानूनों के विरोध में कांग्रेस सेवादल के कार्यकर्ता किसान संघर्ष तिरंगा यात्रा निकालेंगे. प्रदेश के सभी जिलों के किसानों से मुट्ठी भर अनाज और गांव की मिट्टी लेकर 15 जनवरी को कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय पहुंचेगे. इसके अलावा उन्होंने कहा कि राजधानी में एक विशाल आंदोलन की रूपरेखा बनाई जा रही है. कांग्रेस सेवादल के प्रमुख रजनीश सिंह ने बताया कि कार्यकर्ताओं की 7 अलग-अलग टीमें 28 दिसंबर से ही रवाना हो गई हैं. टीमें हर जिले की मिट्टी लेकर 15 जनवरी को भोपाल पहुंचेंगी.