देश के सबसे बड़े संगीत समारोह, राष्ट्रीय तानसेन समारोह की शुरुआत शनिवार सुबह तानसेन के मकबरा पर चादरपोशी के बाद हरिकथा और मिलाद गायन के साथ हो गई है। सुबह 10 बजे पारंपरिक रूप से तानसेन समारोह का शुभारंभ हुआ है। इसमें स्थानीय संगीत कलाकारों ने मिलाद गायन पेश किया। अब शाम 4 बजे समाधि स्थल पर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया जाएगा। इसमें संस्कृति मंत्री को आना है। इसके बाद माधव संगीत महाविद्यालय द्वारा ध्रुपद गायन, देवकी पंडित का गायन, संजय कुमार मलिक का ध्रुपद गायन और अभिषेक लहरी के सरोद वादन की प्रस्तुतियां होगीं।
मिलाद गायन से पहले तानसेन के मकबरा पर चादरपोशी की गई
राज्य शासन के संस्कृति विभाग के अंतर्गत उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी द्वारा आयोजित राष्ट्रीय तानसेन समारोह के शुभारंभ कार्यक्रम में प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भारत सिंह कुशवाह, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर उपस्थित रहेंगे। शाम 4 बजे होने वाले कार्यक्रम में इस साल के राष्ट्रीय तानसेन अलंकरण से संतूर वादक पंडित सतीश व्यास को विभूषित किया जायेगा। संस्कृति के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहीं संस्थाओं को दिया जाने वाला राष्ट्रीय राजा मानसिंह तोमर सम्मान अभिनव कला परिषद संस्था भोपाल को प्रदान किया जायेगा।
कुल 8 संगीत सभाएं होंगीं
इस बार के समारोह में कुल 8 संगीत सभाएं होंगी। पहली 7 संगीत सभाएं सुर सम्राट तानसेन की समाधि एवं मोहम्मद गौस के मकबरा परिसर में भव्य एवं आकर्षक मंच पर सजेंगीं। समारोह की आठवीं एवं आखिरी सभा सुर सम्राट तानसेन की जन्मस्थली बेहट में झिलमिल नदी के किनारे सजेगी। इसमें देश और विदेश संगीतकार अपना हुनर दिखाएंगे।
27 दिसम्बर को होने वाले कार्यक्रम
सुबह 10 बजे शंकर गंधर्व संगीत महाविद्यालय का ध्रुपद गायन, अभय रूस्तम सोपोरी का संतूर वादन, मो. अमान खां का गायन, अब्दुल मजीद खां एवं अब्दुल हमीद खां का सारंगी जुगलबंदी, देवानंद यादव का ध्रुपद गायन होगा। इसके बाद शाम 4 बजे की सभा में भारतीय संगीत महाविद्यालय का ध्रुपद गायन, डेनियल रवि रैंजेल मैक्सिको का विश्व संगीत, विवेक कर्महे का गायन,पुष्पराज कोष्टि एवं भूषण कोष्टि का सुरबहार जुगलबंदी, धनंजय जोशी का गायन से तानसेन समारोह की रौनक बढ़ेगी।