जबलपुर। खजरी-खिरिया बायपास पर सील नकली खाद-कीटनाशक मामले में जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है। कृषि विभाग ने नकली खाद फैक्टरी संचालक के बड़े भाई महेश खत्री के खिलाफ कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। महेश के यहां से जब्त दस्तावेजों की जांच में सामने आया है कि छोटे भाई द्वारा बनाए जा रहे खाद-कीटनाशक बड़ा भाई महेश एमपी सहित देश के चार बड़े राज्यों में सप्लाई करता था। उधर, माढ़ोताल पुलिस ने ग्रीन सिटी से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। उसके यहां से पांच ड्रम नकली खाद व कीटनाशक बरामद हुआ। अब दोनों भाईयों पर एनएसए की कार्रवाई की तैयारी चल रही है।
22 को हुआ था खुलासा
जानकारी के अनुसार खजरी-खिरिया बायपास पर 22 दिसंबर को क्राइम ब्रांच और माढ़ोताल की संयुक्त टीम ने दबिश देकर नकली खाद-कीटनाशक फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था। इस नकली फैक्टरी के संचालक बीटी तिराहा निवासी मयंक खत्री को उसी रात टीम ने नरसिंहपुर से गिरफ्तार किया था। वहीं अमर कृषि फाॅर्म स्थित छह हजार वर्गफीट के गोदाम में दो करोड़ रुपए कीमत की सामग्री जब्त करते हुए मौके से पांच मजदूरों को गिरफ्तार किया गया था। मयंक से पूछताछ के आधार पर टीम ने उसी रात चेरीताल में संचालित महेश बीज-भंडार की दुकान को सील कर दिया था। दरअसल इस दुकान का संचालक मयंक का भाई महेश खत्री है।
मशीन लगाकर होती थी पैकिंग
चार राज्यों में फैला था नकली खाद-कीटनाशक का नेटवर्क
कृषि विभाग द्वारा महेश बीज भंडार की जांच की। जांच में प्रतिष्ठान में लाइसेंस की शर्तों के विपरीत दूसरी कंपनियों के कीटनाशक और खाद मिले। वहीं उसके बिल-बाउचर की जांच में ये भी खुलासा हुआ कि वह एमपी सहित यूपी, असम व छत्तीसगढ़ में भी नकली खाद व कीटनाशक की सप्लाई करता था। दुकान में स्टॉक पंजीयन तक नहीं मिला। कृषि विभाग के उप संचालक डॉक्टर एसके निगम के मुताबिक दुकान संचालक महेश खत्री के खिलाफ कोतवाली थाने में विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कराया गया।
फूल सिंह लोधी
ग्रीन सिटी से एक और गिरफ्तारी
मयंक खत्री से पूछताछ के आधार पर माढ़ोताल पुलिस ने ग्रीन सिटी में दबिश दी। यहां से फूल सिंह लोधी को गिरफ्तार किया गया। वह एग्रो ग्रीन सिटी नाम से स्टॉकिस्ट का लाइसेंस ले रखा था। वह भी मयंक से नकली खाद व कीटनाशक लेकर अलग-अलग स्थानों पर सप्लाई करता था। उसके यहां सर्चिंग में आठ ड्रम खाद व कीटनाशक भरे हुए मिले। उसे गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेज दिया।
सफेद टी-शर्ट में मयंक खत्री
रॉ मटेरियल यहां से उठाता था मयंक
नकली खाद-कीटनाशक की फैक्टरी चलाने वाले मयंक ने पूछताछ में बताया कि वह मार्बल पाउडर और कोयला सिवनी टोला से मंगवाता था। वहीं नमक के पैकेट खोवा मंडी से थोक में छह रुपए की दर से खरीदता था। रैपर व कई अन्य सामान वह राजस्थान से बुलवाता था। वहीं कीटनाशक के बॉटल वह इंदौर से मंगवाता था। दो टीमें जल्द ही इंदौर और राजस्थान भी जांच करने जाएगी।
एनएसए की कार्रवाई
सात साल सिहोरा में दुकान संचालित करने के बाद पिछले 11 महीने से शहर के अलग-अलग हिस्सों में स्थान बदल कर नकली खाद की फैक्टरी संचालित करने वाले मयंक के खिलाफ माढ़ोताल पुलिस ने एनएसए का प्रकरण तैयार कर जिला दंडाधिकारी (डीएम) के पास भिजवाया है। वहां से वारंट जारी होते ही इस मामले में भी उसकी गिरफ्तारी होगी। वहीं पुलिस ने उसके बड़े भाई महेश खत्री को भी गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ कोतवाली पुलिस एनएसए की फाइल तैयार कर रही है।
नकली कीटनाशक
28 तरह का प्रोडक्ट बनाता था फैक्टरी में
मयंक खत्री फैक्टरी में 28 तरह के प्रोडक्ट तैयार करता था। खाद में जहां वह नमक, पत्थर का चूरा, कोयला व चूना आदि का उपयोग करता था। वहीं कीटनाशक तैयार करने में वह कोयले सहित सस्ता केमिकल बनाता था। उसके यहां 160 रुपए से 4800 कीमत का प्रोडक्ट तैयार होता था। 10 रुपए की लागत वाली सामग्री वह 16 गुना कीमत प्रोडक्ट पर दर्शाता था। दुकानदारों को वह अंकित मूल्य पर 70 से 80 प्रतिशत तक का डिस्काउंट देता था। ब्रांडेड कंपनियों के नाम से तैयार खाद व कीटनाशक दुकानदार भी किसानों को डिस्काउंट में देते थे। इस कारण हाथों हाथ नकली खाद-कीटनाशक बिक जाता था।