ढहा रहे उपद्रवियों के घर; धारा 144 लागू, सभी थाने अलर्ट मोड पर; छावनी में तब्दील बेगमबाग

Posted By: Himmat Jaithwar
12/26/2020

शुक्रवार शाम उज्जैन में कानून-व्यवस्था बिगाड़ने वाले उपद्रवियों पर प्रशासन बड़ी कार्रवाई कर रहा है। पत्थरबाजों ने जिन घरों से पत्थर चलाए थे, उन्हें चिन्हित कर लिया गया है। इन सभी मकानों को तोड़ा जाएगा। शनिवार दोपहर प्रशासन ने ऐसे पत्थरबाजों के घरों को जमींदोज करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। सबसे पहले दोपहर 1 बजे बेगमबाग इलाके में बने टीकाराम के मकान को तोड़ा जा रहा है। इसमें रेहाना पति नुरू किराए से रहती है। वहीं, अब्दुल हमीद के मकान पर भी कार्रवाई की जा रही है। इसमें हिना पति शहजाद किराएदार हैं। दोनों के ही पत्थर फेंकते हुए वीडियो वायरल हुए थे। प्रशासन का तर्क है कि ये मकान नाले किनारे बने हैं। लोगों ने यहां अतिक्रमण कर लिया है। आधा दर्जन के करीब उपद्रवियों पर रासुका के तहत कार्रवाई कर उन्हें जेल भेजा जाएगा।

पत्थरबाजों पर कार्रवाई से जुड़े अपडेट्स

  • दोपहर करीब ढाई बजे लोगों ने विरोध करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी है। कुछ लोग सड़क पर भी बैठ गए हैं।
  • शहर में धारा 144 लागू। इकट्‌ठा होने के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 188 तहत कार्रवाई की जाएगी।
  • विरोध के बाद कार्रवाई थोड़ी देर के लिए रोकी।
  • छावनी में तब्दील किया इलाका।
  • कार्रवाई फिर शुरू हुई। सामान निकाला जा रहा है।
  • प्रशासन ने सभी थानों में अलर्ट मोड में रखा। निर्देश दिए कहीं किसी भी थाना क्षेत्र में लोग इकट्‌ठे नहीं हों।
  • दोपहर डेढ़ बजे लोगों ने कार्रवाई विरोध शुरू कर दिया है। ASP अमरेंद्र सिंह और ADM नरेंद्र सूर्यवंशी लोगों समझा रहे हैं। लोगों का कहना है कि प्रशासन एकतरफा कार्रवाई कर रहा है।
  • लोगों आरोप है, नोटिस नहीं दिया गया है। छोटे से अपराध के लिए इतनी बड़ी कार्रवाई ठीक नहीं है। सुबह महिलाओं को पकड़ा गया है। ये गलत है।
  • कार्रवाई रोकने की मांग की जा रही है। पहले बातचीत कीजिए। आरोप है कि तहसीलदार को खसरा नंबर तक नहीं पता।
प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर पत्थरबाजों के मकानों पर कार्रवाई शुरू कर दी है।
प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर पत्थरबाजों के मकानों पर कार्रवाई शुरू कर दी है।
सभी मकान नाले किनारे बने हैं। सामान खाली करने के दौरान रसोई का सामान नाले में गिर गया।
सभी मकान नाले किनारे बने हैं। सामान खाली करने के दौरान रसोई का सामान नाले में गिर गया।

गौरतलब है कि वर्ष 2015 में भी मामूली से विवाद में समुदाय विशेष के लोगों ने शहर की कानून-व्यवस्था बिगाड़ दी थी। करीब 15 दिनों तक लोग सांसत में रहे थे। तत्कालीन कलेक्टर कवींद्र कियावत और एसपी अनुराग ने उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई की थी। कई उपद्रवी महीनों जेल में रहे। इधर, उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने भास्कर से कहा कि असामाजिक तत्वों ने उपद्रव के माध्यम से शहर का माहौल खराब करने का प्रयास किया है। उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। शुक्रवार की घटना के बाद सख्त कार्रवाई की तैयारी कर ली गई है। पूरी तैयारी के साथ जिन मकानों की छतों पत्थर बरसे हैं उन्हें भी ध्वस्त करेंगे, ताकि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो।

कार्रवाई का लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है। लोगों से ASP औ ADM चर्चा कर रहे हैं।
कार्रवाई का लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है। लोगों से ASP औ ADM चर्चा कर रहे हैं।



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