रायपुरः केंद्रीय गृह मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित जिले बस्तर में सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स की 5 नई बटालियन तैनात करने का फैसला किया है. सीआरपीएफ की पांचों नई बटालियन को तैनाती से पहले विशेष ट्रेनिंग दी जा रही है. पुलिस मुख्यालय ने नए कैंप इंफ्रास्ट्रक्चर का काम शुरू करा दिया है. प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद संभवतः जनवरी तक सीआरपीएफ 5 नई बटालियन को बस्तर में तैनात कर दिया जाएगा.
भूपेश सरकार ने जरूरी इंतजामों के लिए मंजूर किए 5 करोड़ रुपए
राज्य शासन ने भी इससे जुड़ी तैयारियों के लिए 5 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं. इसमें जवानों की सुरक्षा के साथ मूलभूत सुविधाएं तैयार की जाएंगी. नक्सलियों के खिलाफ चल रही लड़ाई को निर्णायक स्थिति तक पहुंचाने के लिए राज्य सरकार की ओर से लगातार सीआरपीएफ की नई बटालियन की मांग की जा रही थी. राज्य ने पहले 9 बटालियन की मांग की थी, जिसमें कुछ दिन पहले ही 5 बटालियन के लिए हरी झंडी मिल गई है.
केंद्र सरकार के वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार कर चुके हैं छत्तीसगढ़ का दौरा
केंद्र सरकार के वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के. विजय कुमार 2 बार बस्तर का दौरा करने के साथ ही सीएम भूपेश बघेल से मिल चुके हैं. इसके अलावा डीजीपी डीएम अवस्थी व एंटी नक्सल ऑपरेशन के स्पेशल डीजी अशोक जुनेजा के साथ भी उनकी बैठक हो चुकी है. सीआरपीएफ की 5 नई बटालियन के लिए कैंप कहां खोले जाएंगे उसकी जगह तय कर दी गई है.
छत्तीसगढ़ पुलिस और सीआरपीएफ नक्सलियों के खिलाफ चला रहे संयुक्त अभियान
छत्तीसगढ़ पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा लगातार चलाए जा रहे ऑपरेशन से नक्सलियों का क्षेत्र सिमटता जा रहा है. फिलहाल सुकमा और बीजापुर में नक्सली समय-समय पर नई घटनाओं को अंजाम देने में कामयाब हो जाते हैं. छत्तीसगढ़ की सीमा ओडिशा, तेलंगाना और महाराष्ट्र से जुड़ी है.
सीआरपीएफ की 5 नई बटालियन के कैंप बहुत रणनीतिक ढ़ंग से बनाए जा रहे हैं
अधिकतर बॉर्डर इलाकों में घने जंगल पड़ते हैं. जब पुलिस और सीआरपीएफ की दबिश बढ़ती है तो नक्सली इन्हीं जगलों की आड़ में दूसरे राज्यों की सीमा में प्रवेश कर जाते हैं. सीआरपीएफ की 5 नई बटालियन के कैंपों के लिए ऐसे क्षेत्र का चयन किया गया है, जहां से नक्सलियों को पीछे की ओर खदेड़ा जा सके और उनके कॉरिडोर को समेटा जा सके.