राजनीति में आने का सपना देख रहे युवाओं के लिए अब एक पेशेवर प्रशिक्षण केंद्र खुलने वाला है। इस सियासत की पाठशाला में युवाओं को ईमानदार राजनीति के साथ चुनाव लड़ने, जीतने और जनता का दिल जीतने के सबक पढ़ाए जाएंगे। इंडियन स्कूल ऑफ डेमोक्रेसी के बैनर तले इस कोर्स की शुरुआत हो रही है। स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) से ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू हो जाएगा।
दलगत राजनीति से अलग सियासत की इस पाठशाला में हर विचारधारा के लोगों को जगह मिलेगी। देशभर से 50 युवा उम्मीदवार चुने जाएंगे। इनकी 9 महीने की ट्रेनिंग होगी। अमेरिका के कोलंबिया और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से लोकनीति (पब्लिक पॉलिसी) की पढ़ाई करके निकले एक्सपर्ट यहां ट्रेनिंग देंगे। लेक्चर देने के लिए अलग-अलग पार्टियों के वरिष्ठ नेता बुलाए जाएंगे।
जापान के मात्सुशिता संस्थान की तरह प्रयोग
इस नए स्कूल की शुरुआत प्रखर भारतीय और हेमाक्षी मेघानी नाम के दो युवा कर रहे हैं। हेमाक्षी हार्वर्ड और प्रखर कोलंबिया यूनिवर्सिटी से लोकनीति में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री ले चुके हैं। इन दोनों ने जापान के मात्सुशिता संस्थान की तर्ज पर यह प्रयोग किया है।
ट्रेनिंग और रहने की पूरी फीस 2 लाख रुपए
इस ट्रेनिंग प्रोग्राम की फीस 2 लाख रुपए रखी गई है। इसमें आवासीय खर्च और मैदानी प्रशिक्षण शामिल है। चुने गए लोगों को स्कॉलरशिप भी दी जाएगी। इसके देश के उन उद्योगपतियों और कॉरपोरेट घरानों से संपर्क किया जा रहा है, जो ईमानदारी की राजनीति को बढ़ावा देना चाहते हैं।