मैनिट से पढ़ीं रुद्रप्रिया ने परिवार से छुपकर मिस इंडिया कॉन्टेस्ट में भाग लिया और टॉप 31 में जगह बनाई

Posted By: Himmat Jaithwar
12/24/2020

भोपाल। ये हैं रुद्रप्रिया यादव। आईटीआई कॉलोनी में रहती हैं। मैनिट से बैचलर ऑफ प्लानिंग किया और एसपीए दिल्ली से एम प्लान। अब टाउन प्लानर के तौर पर रुद्रप्रिया इन दिनों एसपीए में रिसर्च एसोसिएट के रूप में यमुना नदी को फिर से जिंदा करने की मुहिम में जुटी हैं। इनकी चर्चा इसलिए कि इन्होंने मिस इंडिया कॉन्टेस्ट में भाग लिया और टॉप 31 में जगह बनाई है।

सपनों के हकीकत में बदलने की पूरी कहानी...

मेरे पापा डीके यादव सतपुड़ा भवन में असिस्टेंट डायरेक्टर हैं, मां दिव्योत्मा यादव टीचर रह चुकी हैं। इसलिए परिवार की ख्वाहिश थी कि पीएचडी करके किसी अच्छे कॉलेज में नौकरी करूं। मैनिट में पढ़ाई के दौरान फर्स्ट ईयर में पहली बार 5 इंच की हील पहनी। फैशन शो में बेस्ट वॉक का अवॉर्ड मिला, तो पढ़ाई के साथ मॉडलिंग में भी रुचि बढ़ गई।

तय किया था कि मम्मी-पापा को शिकायत का मौका नहीं दूंगी। इसलिए मॉडलिंग के लिए जितनी मेहनत की उतनी ही पढ़ाई के लिए भी की। दिल्ली में एडमिशन लेने के बाद पेरेंट्स को बिना बताए मॉडलिंग असाइनमेंट्स लेती रही, मिस इंडिया के लिए फाइट कर रही हूं, यह बात भी नहीं बताई। जब मप्र से टॉप-5 लड़कियों में चयनित हुई, तब उन्हें बताया।

चुनौतियां भी कम न थीं

दिल्ली में एक स्टूडेंट का घर कैसा होता है, आप सोच सकते हैं। कहीं दीवार पर सीलन थी तो कहीं सामान फैला हुआ था। ऑडिशन वर्चुअल थे, इसलिए सबकुछ ऑनलाइन ही होने वाला था। मेरे लिए भी चुनौती कम नहीं थी। मैंने घर पर ही एक कॉर्नर ऐसा तैयार किया, जहां शूट दे सकूं। कई बार आपको वॉक करना होता है, घर के पास किसी लॉन में जाना पड़ता है। फुल मेकअप में कैमरा लगाकार जब आप वॉक करते हैं तो लोग घूरते हैं।

कई बार ड्रेसेस इतनी नहीं होतीं, अफोर्ड भी नहीं कर सकते, तो जो है उनसे ही काम चलाना पड़ता है। फिजिकल शो में कम से कम आपको मेकअप, ड्रेस पर गाइड करने के लिए कोई न कोई होता है। यहां तो मेकअप आर्टिस्ट, कैमरा पर्सन, डायरेक्टर सबकुछ आप खुद ही होते हैं, लेकिन एक अच्छी बात यह है कि इस ऑडिशन ने टाइम मैनेजमेंट दिखा दिया।

यमुना बेसिन पर कर रहीं रिसर्च

मैं इन दिनों एसपीए के साथ यमुना नदी को फिर से जीवंत करने पर काम कर रही हूं। दिल्ली ने अपनी यमुना नदी खत्म कर दी और पानी के लिए हरियाणा और पंजाब पर आश्रित हो गए। हम एक ऐसे मॉडल पर काम कर रहे हैं, ताकि यमुना नदी फिर से अपने पुराने स्वरूप में लौट सके और दिल्ली पानी की उपलब्धता के मामले में आत्मनिर्भर बन सके। पांच सालों के इस प्रोजेक्ट का अभी पहला साल है। फिलहाल यमुना के 9 घाटों में से 7 घाटों पर मूर्ति विसर्जन रोक दिया गया है। इस बार छठ पूजा भी घाटों पर नहीं होने दी।

भाई ने काफी मदद की

मॉडलिंग के सपने को पूरा करने के लिए भाई ने मदद की। माता-पिता को मॉडलिंग के बारे में पहले नहीं बताया लेकिन भाई से हर बात शेयर की। भाई ने कभी भी मेरा सीक्रेट लीक नहीं होने दिया।

पेरेंट्स का सपना भी पूरा करूंगी

मिस इंडिया बन गई तो भी पीएचडी जरूर करूंगी, ताकि पेरेंट्स का सपना भी पूरा हो सके।



Log In Your Account