भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया है कि प्रदेश में गैर कानूनी काम करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। चाहे जो भी हो, उसे छोड़ा नहीं जाएगा। इसके बाद से प्रदेश में कई बड़ी कार्रवाई हुईं भी हैं, लेकिन मुख्यमंत्री के इस अभियान की जमीनी हकीकत की उनके ही मंत्री बिसाहूलाल साहू बयां कर दी कि गैर कानूनी कामों में कहीं न कही नेताओं की शह होती है।
साहू ने सार्वजनिक मंच से कहा कि कई नेता जुआ-सट्टा और शराब को प्राथमिकता देते हैं और जब आरोपी पकड़े जाते हैं तो उन्हें छुड़वाने के लिए एसपी-कलेक्टर को फोन करते हैं। बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान हुए कालेधन के लेनदेन पर सामने आई सीबीडीटी की रिपोर्ट में साहू का नाम भी है।
खाद्य मंत्री ने कोतमा से कांग्रेस विधायक सुनील सराफ के साथ पिछले दिनों हुई मारपीट पर अपनी प्रतिक्रिया में सिस्टम पर तंज कसा है। उन्होंने अनूपपुर में एक कार्यक्रम में कहा- कुछ नेता हैं, जिनका नाम नहीं लेना चाहूंगा। वे विकास की जगह सट्टा-जुआ, कबाड़ को महत्व देते हैं। ये नेता कबाड़ वालों को कबाड़ का धंधा कराते हैं। शराब पीने वालों को शराब का धंधा कराते हैं और जब वह पकड़े जाते हैं तो एसपी और कलेक्टर को फोन कर छुड़वाते हैं। इससे कोई विकास नहीं होता। विकास आत्मा से होता है, सोच से होता है।
उन्होंने विधायक सराफ के साथ हुई मारपीट पर कहा कि विधायक हम भी है, हमारे लिए सभी विधायक बराबर है।चाहे वो भाजपा का हो या कांग्रेस का, अगर कोई विधायक मार खाता है तो हमे बड़ा दुख लगता है। ऐसा काम करना ही नहीं चाहिए। यह काम जनप्रतिनिधि का नहीं है। हमने पता लगाया कि मार खाने की वजह क्या है। जिसके बाद पता चला है, पर वो बताने लायक नहीं है। ऐसा काम करना ही नहीं चाहिए कि मार खानी पड़े।