बंगाल में चुनाव अगले साल होने हैं, लेकिन माहौल अभी से गरम है। भाजपा 200 सीटों का लक्ष्य लेकर चल रही है। उधर, तृणमूल (TMC) के चुनावी स्ट्रैटजिस्ट प्रशांत किशोर ने सोमवार को सोशल मीडिया पर दावा किया कि बंगाल में भाजपा को दहाई (डबल डिजिट) का आंकड़ा पार करने में भी मुश्किल होगी। उन्होंने कहा कि इस पोस्ट को सेव कर लीजिए, भाजपा अगर इस दावे से बेहतर कुछ भी कर सकी तो, यह स्पेस छोड़ देंगे। हालांकि, उनकी पोस्ट से यह साफ नहीं हो पाया कि वे कौनसा स्पेस छोड़ने की बात कर रहे हैं।
कैलाश विजयवर्गीय बोले- बंगाल में भाजपा की सुनामी
बंगाल में भाजपा के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने बिना नाम लिए प्रशांत किशोर को जवाब दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, 'भाजपा की बंगाल में जो सुनामी चल रही है, सरकार बनने के बाद इस देश को एक चुनाव रणनीतिकार खोना पड़ेगा।'
तृणमूल के बागी शुभेंदु समेत 10 विधायक भाजपा में आए
गृहमंत्री अमित शाह शनिवार और रविवार को बंगाल के दौरे पर थे। ममता बनर्जी के खास रहे पूर्व मंत्री शुभेंदु अधिकारी ने शाह की मौजूदगी में शनिवार को भाजपा का दामन थाम लिया। सांसद सुनील मंडल, पूर्व सांसद दशरथ तिर्की और 10 MLA भी भाजपा में शामिल हो गए। इनमें 5 विधायक तृणमूल कांग्रेस के हैं। इस पर शाह ने कहा कि चुनाव आते-आते दीदी (ममता बनर्जी) अकेली रह जाएंगी।
2019 में भाजपा को बंगाल में 18 लोकसभा सीटें मिली थीं
बंगाल में 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 2 सीटें मिली थीं। वोट शेयर 17% से ज्यादा रहा था। 2016 के विधानसभा चुनाव में वह सिर्फ 3 सीटें जीत सकी। वोट शेयर 10% रहा। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा 18 सीटें जीतने में कामयाब रही और वोट शेयर 40.64% जा पहुंचा।