इंदौर। कोरोना संक्रमण के दौर में आयुर्वेद दवाओं की मांग लगातार बढ़ रही है। इसके लिए एकेवीएन इंदौर द्वारा आयुर्वेद दवाओं की छोटी-छोटी यूनिट को एक ही जगह पर जमीनें देकर सेंट्रल इंडिया का पहला आयुर्वेद क्लस्टर विकसित किया जा रहा है। शहर से 17 किलोमीटर दूर इंदौर-धार रोड पर मोहना में बन रहे इंडस्ट्रियल पार्क में एकेवीएन द्वारा 40 एकड़ जमीन दी जा रही है, जहां धन्वंतरि आयुर्वेद क्लस्टर विकसित किया जाएगा। यहां 100 यूनिट को छोटे-छोटे प्लाॅट दिए जाएंगे, जिसमें करीब डेढ़ हजार लोग काम करेंगे। यहां सालाना उत्पादन 100 करोड़ से ज्यादा का होगा।
सेंट्रल इंडिया का यह पहला आयुर्वेद क्लस्टर होगा
मप्र आयुर्वेद चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष राजेश सेठिया ने बताया इस क्लस्टर में आयुर्वेद की सभी सामग्री, दवाओं का उत्पादन होगा। कोरोना व अन्य रोगों से बचाव के लिए इम्युनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) बढ़ाने वाली दवाएं, अलग-अलग तरह का काढ़ा व अन्य सामग्री का उत्पादन होगा। इसके लिए एकेवीएन इंदौर के साथ योजना बना ली गई। साथ ही इस क्लस्टर के लिए जमीन भी चिह्नित की जा चुकी है।
संस्था के सचिव आशीष दुबे ने कहा इस पार्क के पीछे ग्रीन बेल्ट है। इसकी जमीन भी शासन हमें उपलब्ध कराएगा, जहां विविध तरह की जड़ी-बूटी का उत्पादन किया जाएगा। अभी मप्र और देश में इस तरह का औद्योगिक क्लस्टर नहीं है। सेठिया ने कहा एकेवीएन करीब दो साल में यह इंडस्ट्रियल एरिया विकसित कर हमें देगा। इसके बाद यहां उत्पादन शुरू हो जाएगा। यहां 100 से ज्यादा यूनिट तैयार हो गई हैंं।