एपल ने अपने इनहाउस सेलुलर मॉडेम का डिजाइन और काम करना शुरू कर दिया है। कंपनी अपने इस कदम से आने वाले दिनों में आईफोन और आईपैड के लिए क्वालकॉम पर निर्भरता को कम कर देगी। रिपोर्ट के अनुसार, एपल में हार्डवेयर टेक्नोलॉजी में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, जॉनी सोरजी ने टाउन हॉल मीटिंग में एपल कर्मचारियों के साथ इसका एलान किया।
उन्होंने कहा कि इस साल हमने अपने पहले इन-हाउस सेलुलर मॉडेम का काम शुरू किया है। हमारे पास फ्यूचर के लिए इनोवेटिव टेक्नोलॉजी की बड़ी प्लानिंग है। लॉन्ग-टर्म स्ट्रेटजिक इनवेस्टमेंट हमारे प्रोडक्ट्स को सक्षम करने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
सोरजी ने कहा कि एपल अपने स्वयं के सेलुलर मॉडेम को विकसित करने के लिए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर इंजीनियरों की एक टीम बना रही है। मॉडेम उन कुछ वायरलेस चिप्स में से एक है जिन्हें कंपनी डिजाइन कर रही है, जिसमें एपल वॉच में W-सीरीज और सटीक लोकेशन की जानकारी के लिए आईफोन में U1 अल्ट्रावाइड-बैंड चिप शामिल है। लेटेस्ट 5G आईफोन में क्वालकॉम के कुछ पार्ट्स का उपयोग किया गया है।
एपल के पास है इंटल का मॉडम कारोबार
एपल ने एक अरब डॉलर (करीब 7 हजार करोड़ रुपए) में इंटेल का 5G स्मार्टफोन मॉडेम कारोबार खरीदने 2019 में खरीद लिया था। इस डील के तहत इंटेल के करीब 2,200 कर्मचारी एपल से जुड़े। एपल ने कहा था कि इस सौदे के बाद उसके पास वायरलेस प्रौद्योगिकी के पेटेंट की संख्या बढ़कर 17 हजार से अधिक हो जाएगी। बता दें कि इस डील के बाद इंटेल के पास नॉन-स्मार्टफोन एप्लिकेशंस जैसे पीसी, इंडस्ट्रियल इक्यूपमेंट्स और सेल्फ-ड्राइविंग कारों विकसित करने का अधिकार हो गया था
मॉडेम स्मार्टफोन का जरूरी हिस्सा
बता दें कि सेलुलर मॉडेम स्मार्टफोन के सबसे महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक है, जो सेल्युलर नेटवर्क के माध्यम से फोन कॉल और इंटरनेट से कनेक्शन को सक्षम करता है। लेटेस्ट आईफोन मॉडल में क्वालकॉम के 5G पार्ट्स का उपयोग किया गया है।