नई दिल्ली. राजधानी के निजामुद्दीन स्थित मरकज मस्जिद के धार्मिक कार्यक्रम में शामिल हुए जमातियों की वजह से देश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं। यह आंकड़ा 400 के करीब तक पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि देशभर में 9 हजार तब्लीगी जमात के सदस्यों और उनके संपर्क में आए लोगों को पहचाना गया है। इन्हें क्वारैंटाइन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मरकज से जुड़े संक्रमित मामलों की संख्या बढ़ सकती है।
अग्रवाल ने बताया कि अब तक देश भर में मरकज से जुड़े 400 कोरोना संक्रमित केस मिले हैं। इनमें सबसे ज्यादा 173 मामले तमिलनाडु से हैं। उधर, दिल्ली में 2 हजार तब्लीगी जमात के सदस्यों में से एक हजार 804 को क्वारैंटाइन किया है। वहीं, 334 को कोरोना के लक्षण की वजह से अस्पताल में भर्ती किया है।
10 राज्यों में मरकज के संक्रमित, तमिलनाडु में सबसे ज्यादा
राज्य |
संक्रमित जमाती मिले |
तमिलनाडु |
173 |
आंध्रप्रदेश |
67 |
दिल्ली |
47 |
तेलंगाना |
33 |
कश्मीर |
22 |
असम |
16 |
राजस्थान |
11 |
कर्नाटक |
11 |
अंडमान निकोबार |
09 |
पुड्डुचेरी |
02 |
कुल |
391 |
22 राज्यों में संक्रमण का खतरा बढ़ा
- मरकज में 1 से 15 मार्च के बीच हुए कार्यक्रम में देश-विदेश के 5 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए थे। लेकिन, इसके बाद भी करीब 2000 से ज्यादा लोग यहां रुके रहे, जबकि ज्यादातर लॉकडाउन से पहले अपने घरों को लौट गए। यहां से संक्रमण का कनेक्शन दिल्ली समेत 22 राज्यों से जुड़ रहा है। इनमें तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, असम, उत्तरप्रदेश, तेलंगाना, पुडुचेरी, कर्नाटक, अंडमान निकोबार, आंध्रप्रदेश, श्रीनगर, दिल्ली, ओडिशा, प.बंगाल, हिमाचल, राजस्थान, गुजरात, मेघालय, मणिपुर, बिहार, केरल और छत्तीसगढ़ शामिल है। अब लगातार इन राज्यों से इनके संक्रमण से जुड़े मामले सामने आ रहे हैं।
- गृह मंत्रालय ने कहा- इस साल मरकज में शामिल होने के लिए 2100 विदेशी पहुंचे थे। इनमें इंडोनेशिया, मलेशिया, थाइलैंड, नेपाल, म्यांमार, बांग्लादेश, श्रीलंका और किर्गिस्तान के लोग शामिल हैं। आमतौर पर मरकज में पहुंचने वाले विदेशी निजामुद्दीन में बंगलेवाली मस्जिद में अपने पहुंचने की सूचना देते हैं।