4 करोड़ डोज स्टोर होंगे, 1 करोड़ माइनस टेम्परेचर पर रखेंगे; टीके की सूचना मैसेज की जाएगी

Posted By: Himmat Jaithwar
12/10/2020

देश में जल्द ही कोरोना वैक्सीन आने की की उम्मीद है। ऐसे में राज्य सरकार ने वैक्सीनेशन से जुड़ी तैयारियां तेज कर दी हैं। वैक्सीन लाने, उसे रखने और वैक्सीनेशन सेंटर तक पहुंचाने और फिर लगाने की योजना सरकार ने तैयार कर ली है। अभी यह तय नहीं है कि केंद्र सरकार किस वैक्सीन को मंजूरी देगी। मंजूरी के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि उस वैक्सीन को किस टेम्परेचर पर स्टोर किया जाना है। मंजूरी के बाद स्टोरेज कूलिंग पर फैसला किया जाएगा।

राजस्थान में वैक्सीन के रखने के लिए 2400 से ज्यादा इंस्टीट्यूशन्स (प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) पर व्यवस्था की है। इसके अलावा संभाग स्तर पर और वहां से जिला स्तर पर भी वैक्सीनेशन सेंटर बनाए गए हैं। इन सभी सेंटर पर 4 करोड़ से ज्यादा डोज स्टोरेज के लिए स्पेस बनाया गया है। इसमें माइनस 15 (-15) से माइनस 25 डिग्री सेल्सियस (-25) के तापमान में लगभग 1 करोड़ वैक्सीन की डोज रखी जा सकेगी। जबकि 2 से 8 डिग्री तक टेम्प्रेचर में लगभग 3 करोड़ डोज रखने की व्यवस्था की गई है। वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद फाइनल टेम्परेचर तय किया जाएगा।

10 लाख डोज आएगी पहले चरण में
हेल्थ डिपार्टमेंट के सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान में फ्रंटलाइन वॉरियर्स (अस्पतालों में काम करने वाले सभी लोगों) के लिए पहले चरण में 10 लाख डोज मंगाईं जाएंगी। क्योंकि पूरे प्रदेश में सरकारी एवं निजी सेक्टर में काम करने वाले इन वॉरियर्स की संख्या करीब 5 लाख है। एक व्यक्ति को दो डोज लगेंगे। पहले और दूसरे डोज के बीच 25 से 30 दिन का अंतर होगा। पहले चरण में कितनी डोज भेजे जाएंगे, ये केन्द्र सरकार अपने पास मौजूद स्टॉक के आधार पर निर्धारित करेगी।

यहां लगेगी वैक्सीन
सभी जिला मुख्यालयों पर बने अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों, प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को वैक्सीनेशन के लिए तैयार किया जा रहा है। जिला स्तर पर टीकाकरण के लिए टास्क फोर्स बनाई जाएगी। इसमें 7-8 लोग होंगे। एक हेल्पर, दो रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया करने वाले, 2 वैक्सीन लगाने वाले और 3 या 4 सुरक्षाकर्मी होंगे।

सेकंड फेज में इन्हें लगेगी वैक्सीन
मेडिकल एवं हेल्थ सेक्टर में काम करने वालों के बाद दूसरे फेज में पुलिस, होमगार्ड और नगर निगम के सफाई कर्मचारियों को वैक्सीन दी जाएगी। इसमें ऐसे लोगों को शामिल किया जाएगा जो जनता से सीधे जुड़ते हैं और टीकाकरण कार्यक्रम में अहम भूमिका निभाएंगे। जबकि तीसरे चरण में 50 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी।

तीन चरणों से गुजरना होगा वैक्सीन लगवाने के लिए, मोबाइल पर आएगा मैसेज
जब भी प्रदेश में फ्रंटलाइन वॉरियर्स के लिए वैक्सीनेशन का काम शुरू होगा, तब उस व्यक्ति को वैक्सीन लगवाने के लिए तीन चरणों से होकर गुजरना पड़ेगा। कोविन एप पर रजिस्ट्रेशन होने के बाद फ्रंट लाइन वॉरियर्स को वैक्सीन लगाने से पहले मोबाइल पर मैसेज मिलेगा। मैसेज के बाद वह सेंटर पर जाएगा। उसका वैरिफिकेशन होगा। वैरिफिकेशन के बाद वैक्सीन लगाई जाएगी। वैक्सीन लगाने के बाद उस व्यक्ति को आधे घंटे के लिए ऑब्जर्वेशन रूम में बिठाया जाएगा। वैक्सीन के रिएक्शन पर नजर रखी जाएगी। आधे घंटे बाद व्यक्ति को घर जाने की इजाजत मिलेगी।

संक्रमितों के वैक्सीनेशन पर निर्णय नहीं
सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से हुई दो से तीन बैठकों में कुछ राज्यों ने प्रस्ताव रखा है कि जिन लोगों को कोरोना हो चुका है उन्हें पहले चरण में वैक्सीनेशन से अलग रखा जाए। क्योंकि, उन व्यक्तियों के शरीर में एंटीबॉडी बन चुके हैं। हालांकि इस मामले पर केंद्र की ओर से अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है।



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