लॉकडाउन में नहीं मिले थे हार्वेस्टर ड्राइवर, अब जिले के बेराेजगारों को भी सिखाया जाएगा हार्वेस्टर चलाना

Posted By: Himmat Jaithwar
12/10/2020

होशंगाबाद। कृषि में अग्रणी जिले के किसानाें काे अब कंबाइन हार्वेस्टर अाॅपरेटर (हार्वेस्टर ड्राइवर) के लिए पंजाब-हरियाणा पर निर्भर नहीं रहना हाेगा। सरकार ने कंबाइन हार्वेस्टर के ऑपरेटर काे प्रदेश में ही तैयार करेगी। इसके लिए कृषि अभियांत्रिकी संस्थान, नवीबाग भाेपाल में एक माह का आवासीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिले सहित संभाग के बेराेजगार अप्लाई कर सकेंगे।

अावेदक काे 10 वी पास हाेना जरूरी है। पवारखेड़ा कृषि अभियांत्रिकी के ऑफिस में 40 साल से कम उम्र के बेराेजगार युवक 12 दिसंबर तक आवेदन कर सकेंगे। भाेपाल में चयनित आवेदकाें काे हार्वेस्टर मशीन चलाने का निशुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा।

मजदूर मिलने कम, हार्वेस्टर से बढ़ी कटाई : प्रदेश में कृषि श्रमिक मिलना कम हुए हैं और मजदूरी भी बढ़ गई है। इस वजह से खेती में मशीनों पर निर्भरता बढ़ी है। गेहूं और धान के बड़े हिस्से की कटाई अब कंबाइन हार्वेस्टर से ही होती है। धीरे-धीरे चना, मूंग और सोयाबीन की कटाई भी इससे होने लगी है। जिले में 1 हजार हार्वेस्टर चलते हैं। इनमें अधिकांश पंजाब और हरियाणा से आते हैं। संचालकों को पहले से बुकिंग करनी पड़ती है।

लाॅकडाउन में हाे गई थी समस्या : लाॅकडाउन के दाैरान खेतों में खड़ी फसल, कटाई न होने से खरीदी-बिक्री पर पड़ रहे असर को देखते हुए सरकार ने मशीनाें की आवाजाही पर प्रतिबंध हटाया पर पंजाब से ऑपरेटर नहीं आ रहे थे। इसके बाद प्रदेश में ही ऑपरेटर तैयार करने का निर्णय लिया है।

राष्ट्रीय कौशल विकास कार्यक्रम के तहत एक-डेढ़ माह का पाठ्यक्रम भी किया है, लेकिन शुरुआत नहीं हुई है। मशीन और प्रशिक्षक के लिए हार्वेस्टर की कंपनियां से अनुबंध किया है। प्रशिक्षण मिलने के बाद न सिर्फ रोजगार मिलेगा बल्कि आत्मनिर्भर भी बन जाएंगे।

राजीव चौधरी,संचालक कृषि अभियांत्रिकी



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