हिंदुस्तां बाेल रहा है...बीएसएनएल से मिले 4जी, 5जी सेवा हालांकि यूजर्स काे 4जी, 5 जी नेटवर्क सेवा का फायदा फिलहाल नहीं मिल पाएगा।
काेर इक्यूपमेंट्स और नेटवर्क माॅनिटर भारत में नहीं बनने से बीएसएनएल की 4 जी, 5 जी नेटवर्क सेवा टल गई। याेजना मई-जून 2020 में ही शुरू हाेनी थी लेकिन चायनीय इक्यूपमेंट्स का इस्तेमाल हाेने के कारण सरकार ने राेक लगा दी थी। तर्क दिया कि बीएसएनएल मेक इन इंडिया के तहत स्वदेसी उपकरण का ही उपयाेग करे। अब काेर इक्यूपमेंट्स, नेटवर्क माॅनिटर सहित अन्य उपकरण स्वदेसी नहीं हाेने के कारण बीएसएनएल 4 जी, 5 जी नेटवर्क सेवा शुरू नहीं कर पाया।
भारत सरकार ने बीएसएनएल काे मेक इन इंडिया के तहत स्वदेसी उपकरण लगाने के लिए आदेश दिए हैं, लेकिन देश में स्वदेशी कंपनी 4 जी, 5 जी एक्यूवमेंट नहीं बनाती है, जिससे यह मामला फिलहाल अटक गया है। बीएसएनएल के एजीएम राकेश देवास्कर ने बताया सरकार ने चाइना की कंपनी काे डिसअलाॅट कर दिया है। बीएसएनएल ने ताे 4 जी, 5जी सेवा शुरू करने के लिए अपग्रेड करने के लिए टेंडर जारी किया था, लेकिन चाइना की कंपनी हाेने के कारण बीएसएनल ने टेंडर कैंसिल कर दिया।
बीएसएनएल की मुसीबत
अब बीएसएनएल के सामने मुसीबत खड़ी हाे गई है। भारत की काेई भी कंपनी 4 जी, 5 जी के अपडेट उपकरण नहीं बनाती है। बीएसएनएल काे काेर इक्यूपमेंट्स, नेटवर्क माॅनिटर हमारे देश में नहीं बनते हैं। दूसरे देशाें में महंगे मिलते हैं।
अब यह रास्ता
बीएसएनएल चाहती है कि सरकार या ताे उपकरण खरीदकर दे या फिर चाइना के उपकरण काे अनुमति दे ताकि जल्द ही 4जी, 5जी सेवा का फायदा मिल सके। अभी बीएसएनएल थ्रीजी नेटवर्क में ही 4जी की स्पीड दे रहा है लेकिन अन्य कई फीचर्स के मामले में 4जी अाैर 5जी एडवांस है। अब स्वदेसी उपकरण ही एकमात्र रास्ता है।
ये तैयारी : हरदा-हाेशंगाबाद के 50 टाॅवर अपडेट किए
बीएसएनएल ने 2019 में हरदा-हाेशंगाबाद जिले के करीब 50 माेबाइल टावर काे अपडेट किया था। सर्किल में कुल 160 माेबाइल टाॅवर हैं। पिछले साल मई जून 2020 में सेवा शुरू करना था, लेकिन यह काम पूरा नहीं हाे सका। जिन माेबाइल टाॅवर काे अपडेट किया था उनमें नाेकिया अाैर जेटई कंपनी के उपकरण लगाए हैं।