भोपाल। मध्यप्रदेश में बादल छाने से रात का तापमान में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन इसके कारण 12 दिसंबर से प्रदेश के कई इलाकों में बारिश की संभावना बन रही है। इसका कारण साउथ ईस्ट अरेबियन सागर में कम दबाव का क्षेत्र बनना है। हालांकि प्रदेश भर में बादल छाने के कारण रात का पारा बढ़ गया है, लेकिन दिन का तापमान इसी तरह बनेगा। न्यूनतम तापमान में एक डिग्री तक बढ़ोतरी हो सकती है। खासतौर से इंदौर और उज्जैन संभागों में अगले 48 घंटे के बाद हल्की बारिश की संभावना सबसे ज्यादा है। भोपाल में दिन और रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी हुई है।
इस कारण बादल छाए
मौसम वैज्ञानिक हरिशंकर पांडे के मुताबिक वर्तमान में पश्चिमोत्तर राजस्थान के ऊपर चक्रवातीय परिसंचरण समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई तक सक्रिय है। वहीं, पश्चिमी विक्षोभ मध्य और ऊपरी क्षोभ मंडल की पछुवा पवनों के बीच एक ट्रफ के रूप समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर धुरी बनाते हुए सक्रिय है। अद्यतन पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभ मंडल की पछुवा पवनों के बीच एक ट्रफ के रूप में उत्तर में समुद्र तल से 3.1 किमी की ऊंचाई पर धुरी बनाते हुए सक्रिय है। साउथ ईस्ट अरेबियन सागर में कम दबाव का क्षेत्र बनने और गुजरात की तरफ से नमी आने के कारण बादल छा गए हैं। इसी कारण बारिश की संभावना बढ़ गई है।
सिर्फ पचमढ़ी में तापमान गिरा
प्रदेश में एक पचमढ़ी में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। हिल स्टेशन होने के कारण यहां पर रात का पारा सबसे कम 6.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा सभी जगहों पर रात का परा 10 या उससे ज्यादा रहा। उमरिया में दूसरे नंबर पर 10 डिग्री सेल्सियस रहा। प्रदेश में अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा खरगौन में 33.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
चार प्रमुख शहरों का तापमान
शहर |
अधिकतम तापमान |
न्यूनतम तापमान |
भोपाल |
31.1 |
14.6 |
इंदौर |
31.0 |
16.0 |
ग्वालियर |
31.4 |
12.4 |
जबलपुर |
30.3 |
13.3 |