जबलपुर। मंडला निवासी एक 55 साल की मुस्लिम महिला की यहां रामपुर में अपनी हिंदू बहन के घर मौत हो गई। हिंदू रीति- रिवाज से उसकी अर्थी तैयार हुई और अन्य परंपराएं पूरी कीं, लेकिन घर से आगे बढ़ने के बाद मुस्लिम रिवाज से मदार टेकरी में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
ये थी उलझन : प्रभा शादी के बाद परवीन हो गई थीं
प्रभा सोनकर का विवाह सालाें पहले मंडला के मुस्लिम परिवार में हुआ था। इसके बाद वे प्रभा से परवीन बी बन गईं। पति के गुजर जाने के बाद उनकी सेहत खराब हाेने लगी। पिछले दिनों वे इलाज कराने जबलपुर पहुंचीं और अपनी बड़ी बहन नरबद सोनकर के रामपुर स्थित घर में रहने लगी। बुधवार सुबह उनका निधन हाे गया। इसके बाद परिजनों के सामने उलझन आ खड़ी हाे गई कि अंतिम संस्कार किस धर्म के मुताबिक किया जाए।
कलेक्टाेरेट के किसी अधिकारी से संपर्क साधा। यह भी बताया गया कि उनके आधार कार्ड में मुस्लिम नाम दर्ज है जबकि उनके परिजन हिंदू हैं। आखिरकार, अधिकारी ने गरीब नवाज कमेटी के इनायत अली को खबर की। उनके साथ कमेटी के अल्तमश राइन, रियाज अली, साजिद पहुंचे और सभी रिवाज पूरे कराए।