इंदौर में मंडी बंद कराने पहुंचे पूर्व मंत्री वर्मा, भारी बल तैनात; भोपाल में किसानों के समर्थन में सिखों ने रैली निकाली

Posted By: Himmat Jaithwar
12/8/2020

भोपाल। किसानों के मंगलवार को भारत बंद के मद्देनजर मध्य प्रदेश भी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लगाई गई है। प्रदेश में व्यापारी संगठनों ने समर्थन नहीं दिया है, लेकिन कांग्रेस इसके समर्थन में आ गई है। इंदौर और भोपाल में बाजार खुल गए हैं। उज्जैन में कांग्रेसियों ने बंद के समर्थन में रैली निकाली। हल्की बहस भी हुई। कई शहरों में पुलिस अलर्ट पर है। इंदौर में भी पूर्व मंत्री सज्जनसिंह वर्मा बाइक रैली निकालकर छावनी मंडी बंद कराने पहुंचे। यहां पुलिस तैनात है। भोपाल समेत प्रदेश भर में सभी बाजार और जरूरी सेवाएं पूरी तरह संचालित की जाएंगी। सार्वजनिक परिवहन और अन्य सेवाएं चलती रहेंगी। शासन ने स्वेच्छा से बंद रखने वालों के अलावा अन्य किसी तरह से जबरन बंद कराने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटने की रणनीति तैयार की है। किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव से विशेष बातचीत उन्होंने कहा कि अगर सरकार नहीं मानी, तो आंदोलन को बड़ा रूप दे दिया जाएगा प्रदेश में हर 4 किलोमीटर पर जाम लगाया जाएगा सरकार को हमारी बात माननी ही होगी। अब कानून संशोधन का कोई मामला ही नहीं है।

भोपाल : स्पेशल फोर्स के साथ बम निरोधक दस्ता भी तैनात
भोपाल में विशेष सुरक्षा बल और बम निरोधक दस्ता तक तैनात कर दिया है। पुलिसकर्मियों की मार्केट के पास तैनाती की गई है, ताकि जबरन बंद कराने वालों पर कार्रवाई की जा सके। अतिरिक्त सुरक्षा के लिए विशेष सुरक्षा बल भी लगाया गया है। इधर, बम निरोध दस्ता दो दिन से रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और भीड़ भाड़ वाली जगह पर जांच कर रहा है, ताकि शांति भंग न हो सके। किसानों के समर्थन में सिख समुदाय ने बोर्ड ऑफिस से ज्योति टॉकीज चौराहे तक रैली निकाली।

भोपाल के जेके रोड स्थित मिनाल मॉल में दुकानें सुबह 8 बजे से खुलना शुरू हुईं।
भोपाल के जेके रोड स्थित मिनाल मॉल में दुकानें सुबह 8 बजे से खुलना शुरू हुईं।

इंदौर : सब्जी मार्केट खुला, पूर्व मंत्री पहुंचे बंद कराने
इंदौर. बंद का यहां कुछ ज्यादा असर नजर नहीं आ रहा। यहां आलू, फ्रूट और सब्जी में कामकाज आमदिनों की तरह ही शुरू हो चुका है। किसानों के फल-सब्जी का लेनदेन अलसुबह से ही चल रहा है। उधर, कांग्रेसी नेता-कार्यकर्ता छावनी समर्थन में अनाज मंडी में धरना देकर कानून वापस लेने की मांग करने की तैयारी में हैं। आप पार्टी भी दोपहर में राजबाड़ा पर बैठेगी। सुबह करीब 10 बजे कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल और जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव कार्यकर्ताओं के साथ बाइक रैली के रूप में छावनी अनाज मंडी पहुंचे। यहां नारेबाजी भी की, लेकिन इन्हें संभालने के लिए तीन थानों का बल मौजूद है।

सब्जी मंडी में आम दिनों की तरह ही किसान बड़ी मात्रा में सब्जी लेकर पहुंचे।
सब्जी मंडी में आम दिनों की तरह ही किसान बड़ी मात्रा में सब्जी लेकर पहुंचे।

उज्जैन : शहर बंद, लेकिन गुटों में बंटी दिखी कांग्रेस
यहां कांग्रेस ने बाइक से रैली निकाली। अभी तक शांतिपूर्ण प्रदर्शन चल रहा है। शहर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। कुछ देर के लिए बाजार बंद रहे, लेकिन सुबह 11 बजे के बाद बाजार आम दिनों की तरह खुलने लगा। सुबह उज्जैन में कांग्रेसी कई गुटों में बंटे होने से प्रदर्शन मात्र औपचारिकता बनी। कोई गिरफ्तारी देने को तैयार नहीं दिखा।

जबलपुर : बाजार खुला, कांग्रेस और आप पार्टी निकालेगी रैली
यहां भी बाजार आम दिनों की तरह खुलने लगे हैं। कांग्रेसियों और आप पार्टी द्वारा कुछ देर में प्रदर्शन कर बंद कराया जा सकता है। दोपहर दो बजे के आसपास राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी सौंपा जाएगा। बंद का असर फिलहाल नहीं दिख रहा है।

जबलपुर में सुबह से खुले हैं पेट्रोल पंप व दुकानें, सड़कों पर भी आवाजाही सामान्य।
जबलपुर में सुबह से खुले हैं पेट्रोल पंप व दुकानें, सड़कों पर भी आवाजाही सामान्य।

रायसेन रोड पर गोविंदपुरा में दुकानें खुली रहें, इसलिए पुलिस बल तैनात किया गया है।
रायसेन रोड पर गोविंदपुरा में दुकानें खुली रहें, इसलिए पुलिस बल तैनात किया गया है।

255 मंडियां खुली रहेंगी
सरकार की मंशा है कि भारत बंद के आव्हान के दिन 8 दिसंबर को भोपाल समेत प्रदेश की सभी 255 मंडियां संचालित होती रहें। हालांकि, किसानों के समर्थन में कांग्रेस ने आह्वान किया है और यह मध्यप्रदेश में बंद को लेकर पहला समर्थन है। भाजपा की सरकार होने से अब तक बंद के प्रभावी होने की कम उम्मीद थी, लेकिन पॉलिटिकल एंट्री होने के बाद स्थितियां बदल सकती हैं।

इनका समर्थन नहीं
कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट), किराना व्यापारी महासंघ, एफएमसीजी, राजधानी कपड़ा व्यापारी महासंघ, मिष्ठान विक्रेता संघ भोपाल और मध्य प्रदेश फेडरेशन कॉमर्स इंडस्ट्रीज ने बंद के पक्ष में नहीं हैं, जबकि गल्ला मंडी संघ किसान के समर्थन में है, लेकिन मंडियों को बंद नहीं कर रहा।



Log In Your Account