कांग्रेस ने की इंदौर का नाम बदलने की मांग, कहा - देवी अहिल्याबाई होलकर में सब की आस्था, इसलिए उनके नाम पर हो इंदौर

Posted By: Himmat Jaithwar
12/7/2020

इंदौर। नाम बदलने की मांगों को लेकर भाजपा के साथ-साथ अब कांग्रेस भी मैदान में उतर आई है। सांसद शंकर लालवानी के खजराना क्षेत्र का नाम बदलने की मांग के बाद अब कांग्रेस के प्रदेश सचिव ने इंदौर का ही नाम बदलने की मांग कर डाली है। मुख्यमंत्री शिवराज को लिखे पत्र में उन्होंने इंदौर का नाम देवी अहिल्याबाई होलकर के नाम पर किए जाने की बात कही है। इस मांग को लेकर कांग्रेस ने निरंतर अभियान चलाए रखने की बात भी कही है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखने वाले कांग्रेस के प्रदेश सचिव विवेक खंडेलवाल ने कहा कि बाहर से जितने लोग भी इंदौर आकर व्यापार-व्यवसाय और नौकरी कर रहे हैं। यह बस माता का ही आशीर्वाद है कि लोग आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि देवी अहिल्या बाई होलकर परम शिव भक्त थीं और मां नर्मदा की उपासक थीं। इंदौर के हर जन की आस्था माता पर है।

भोपाल में ईदगाह हिल्स और इंदौर में खजराना क्षेत्र का नाम बदलने की उठी मांग
भोपाल के ईदगाह हिल्स से उठी नाम परिवर्तन की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। ईदगाह हिल्स और होशंगाबाद के बाद इंदौर के खजराना इलाके का नाम बदलने की मांग सांसद शंकर लालवानी ने कर दी है। शंकर लालवानी का कहना है कि इंदौर के प्रसिद्ध भगवान गणेश के मंदिर से इंदौर की पहचान देश और दुनिया मे है, लिहाजा लोगों की मांग को देखते हुए खजराना इलाके का नाम भी गणेश नगर या गणेश कॉलोनी होना चाहिए। सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि इंदौर शहर में कई क्षेत्र ऐसे हैं जो अपने मूल पहचान की जगह किसी और नाम से जाने जाते हैं, इसी तरह प्रसिद्ध गणेश भगवान के मंदिर के बीच मे खजराना आ जाता है, जबकि है वो गणेश नगर। इसलिए वहां के लोग भी चाहते हैं कि इसका नाम गणेश नगर ही किया जाए।

खजाना से बना खजराना
पुराने इतिहासकारों के अनुसार होलकर वंशजों ने इस इलाके में स्थित एक कुएं में अपना खजाना छुपा कर रखा था। जिसके चलते धीरे धीरे खजाना से खजराना नाम पड़ गया। हालांकि कुछ इतिहासकारों का ये भी मानना है कि यहां स्थित खजराना दरगाह से इलाके का नाम खजराना पड़ा। हालांकि इतिहासकारों के इन दावों में कितनी सच्चाई है ये कहना मुश्किल है।



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