भोपाल। श्यामला हिल्स में खुद को गोली मारने से पहले 80 साल के कारोबारी आरके दुबे ने एक पेज का सुसाइड नोट लिखा था। उन्होंने इस सुसाइड नोट में पेट में होने वाले दर्द के बारे में लिखा। उन्होंने लिखा कि यह दर्द अब जानलेवा हो गया है। इसके कारण तनाव बढ़ता जा रहा है। मेरे पास इस असहनीय दर्द से छुटकारा पाने का एक मात्र रास्ता खुदकुशी है। थाना प्रभारी तरुण भाटी ने बताया कि सुसाइड नोट में दुबे ने सिर्फ पेट दर्द के बारे में लिखा है। उसी को सुसाइड का कारण बताया है। वे यहां अपनी पत्नी और दोनों बेटों के परिवार के साथ रहते थे।
पुलिस ने ही अस्पताल पहुंचाया
भाटी ने बताया कि घटना रविवार सुबह करीब 8 बजे के आसपास की है। थाने पर उनके घर से फोन आया था। उनके बेटे ने ही पिता के खुद को गोली मारने की बात बताई। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। कमरे में दुबे खून से लथपथ पड़े हुए थे। 12 बोर की बंदूक से गोली मारने के कारण उनका जबड़ा पूरी तरह गायब हो चुका था। चारों तरफ खून ही खून था। वे जमीन पर पड़े तड़प रहे थे। तत्काल एंबुलेंस से उन्हें हमीदिया अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल में उन्हें डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
इस तरह गोली मारने की आशंका
भाटी ने बताया कि आरके दुबे ने मकान की पहली मंजिल स्थित अपने कमरे में गोली मारी। घटना स्थल को देखने से लगता है कि उन्होंने बंदूक का मुंह नीचे से अपने जबड़े की तरफ किया होगा। फिर उन्होंने पैर से बंदूक का ट्रिगर दबा दिया। इसके कारण उनका जबड़ा फट गया। गोली के कारण खून कमरे में चारों तरफ खून फैल गया।
तीन दिन पहले ही अस्पताल से आए थे
जानकारी के अनुसार आरके दुबे को पेट में तकलीफ थी। तीन दिन पहले ही वे अस्पताल से घर आए थे। उनके पास एक कर्मचारी चौबीस घंटे रहता था। वही उनकी पूरी देखभाल भी करता था। घटना के वक्त वे कमरे में अकेले थे। परिजनों ने पुलिस को बताया कि गोली की आवाज सुनकर सब कमरे में पहुंचे थे।
दोनों बेटों के साथ रहते थे
पुलिस के अनुसार आरके दुबे गोविंदपुरा स्थित किलपेस्ट इंडिया लिमिटेड के मालिक थे। दोनों बेटे भी कारोबार को देखते हैं। वे अपने परिवार के साथ श्यामला हिल्स स्थित नादरा कॉलोनी के बंगले में रहते हैं। घर में आरके दुबे के पीछे उनकी पत्नी और दोनों बेटों का परिवार है। बेटों का एक बच्चा लंदन और एक बच्चा दिल्ली में पढ़ाई कर रहा है। हालांकि परिवार के सदस्य इस मामले में ज्यादा कुछ बोलने को तैयार नहीं है।