भोपाल। मध्यप्रदेश में सोमवार से एक बार फिर ठंड जोर पकड़ सकती है। यह पश्चिमी विक्षोभ के असर के कारण हो सकता है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक जीडी मिश्रा ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में चक्रवातीय क्षेत्र और पश्चिमी विक्षोभ के कारण सोमवार के बाद दिन और रात के तापमान में गिरावट आएगी।
हालांकि बीते तीन दिन से तापमान लगातार बढ़ोतरी हो रही है। यह किसी सिस्टम के नहीं होने के कारण हो रहा है। कई जगह तो दिन का तापमान सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस से भी अधिक चला गया है। भोपाल में अधिकतम तापमान सामान्य से 5.1 डिग्री सेल्सियस ज्यादा 32.4 डिग्री तक चल गया है। रात का पारा भी 12.8 डिग्री रहा, जो सामान्य से एक डिग्री अधिक है।
यह बन रहा है सिस्टम
मिश्रा के अनुसार वर्तमान में मन्नार की खाड़ी के ऊपर सुस्पष्ट निम्न दाब क्षेत्र के साथ लक्षद्वीप-मालदीव तथा दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय हैं। पश्चिमी विक्षोभ एक ट्रफ के रूप 67 डिग्री पूर्व देशांतर के सहारे 30 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में समुद्र तल से 3.1 किमी की ऊँचाई पर धुरी बनाते हुए अवस्थित है। जबकि प्रेरित चक्रवातीय परिसंचरण मध्य पाकिस्तान-पश्चिमोत्तर राजस्थान के ऊपर समुद्र तल से 2.1 किमी की ऊंचाई तक सक्रिय है। 7 दिसंबर के आसपास अगले पश्चिमी विक्षोभ के प्रभावी होने की संभावना बनी हुई है।
दिन का तापमान 30 डिग्री से ऊपर पहुंचा
प्रदेश के अधिकांश जगहों पर दिन का तापमान 30 डिग्री से ज्यादा दर्ज किया गया। सबसे ज्यादा खरगोन में 34 डिग्री और खंडवा में 33.1 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके अलावा सबसे कम दिन का अधिकतम तापमान पचमढ़ी में 24.8 और नरसिंहगढ़ में 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश में सबसे सर्द रात अब भी पचमढ़ी की रही। यहां न्यूनतम तापमान 7 डिग्री रहा, जबकि मंडला और उमरिया में रात का पारा 9 डिग्री तक आया। सबसे ज्यादा गर्म रात सागर में 17.2 डिग्री सेल्सियस रही। इसके बाद इंदौर और सिवनी में रात का पारा 14.4 डिग्री तक रहा।
चार प्रमुख शहरों का तापमान
शहर |
अधिकतम तापमान |
न्यूनतम तापमान |
भोपाल |
32.4 |
12.8 |
इंदौर |
31.6 |
14.4 |
ग्वालियर |
31.7 |
10.5 |
जबलपुर |
31.0 |
11.8 |