रात 10 बजे के बाद भी धड़ल्ले से हो रही पार्टी; आबकारी की भोपाल-इंदौर हाईवे पर कार्यवाही, लड़के-लड़कियां शराब की बोतल छिपाते नजर आए

Posted By: Himmat Jaithwar
12/6/2020

भोपाल। राजधानी में नाइट कर्फ्यू को मजाक बनाकर रख दिया है। धड़ल्ले से होटल और रेस्टोरेंट रात 10 बजे के बाद भी खुल रहे हैं। भोपाल आबकारी विभाग ने शनिवार देर रात भोपाल-इंदौर हाईवे पर एक रेस्टोरेंट पर दबिश देते हुए 20 लोगों के खिलाफ रात 10 बजे के बाद रेस्टोरेंट्स में बैठकर शराब पीने का प्रकरण दर्ज किया है। बिना अनुमति शराब पिलाने के मामले में क्लब संचालक पर कार्रवाई की गई।

दबिश के दौरान वहां महिला और बच्चे भी मौजूद थे। पुलिस को देखते ही लड़के-लड़कियां शराब की बोतलें छिपाते नजर आए। भोपाल में 21 नवंबर से रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू है। सिर्फ खाने-पीने और रेस्टोरेंट आदि को ही रात 10 बजे तक खुले रहने की अनुमति है।

रात 10 बजे के बाद भी बैरागढ़ स्थित क्लब कबाना संचालित हो रहा था।
रात 10 बजे के बाद भी बैरागढ़ स्थित क्लब कबाना संचालित हो रहा था।

आबकारी अधिकारी बबीता भट्ट ने बताया कि उन्हें कुछ दिनों से भोपाल-इंदौर हाईवे स्थित क्लब कबाना में अवैध रूप से शराब परोसे जाने की सूचना मिल रही थी। टीम ने देर रात बैरागढ़ पहुंचकर कार्यवाही शुरू की। क्लब के संचालक विजय धनवी को हिरासत में लिया गया। उनके खिलाफ नाइट कर्फ्यू का उल्लंघन करने और अवैध रूप से शराब पिलाए जाने का मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही रेस्टोरेंट में शराब पी रहे लोगों पर भी कार्रवाई की गई। इनके खिलाफ 36 आबकारी एक्ट के प्रकरण बनाए गए। कुल 20 प्रकरण बनाए गए हैं।

क्लब में बच्चों के साथ महिलाएं भी थीं। किसी ने भी मास्क नहीं लगाया था।
क्लब में बच्चों के साथ महिलाएं भी थीं। किसी ने भी मास्क नहीं लगाया था।

मौके से जब्ती कुछ नहीं, सिर्फ रेस्टोरेंट बंद कराया

आबकारी की टीम ने क्लब पर कार्रवाई तो की, लेकिन मौके से कोई जब्ती नहीं की। दबिश देने वाली टीम का कहना है कि यहां अवैध रूप से शराब परोसी जा रही थी, हालांकि सिर्फ क्लब को बंद कराया गया।

भोपाल में कोरोना के रोज 300 से अधिक केस

21 नवंबर के बाद से ही भोपाल में कोरोना के 300 से अधिक प्रकरण सामने आ रहे हैं। ऐसे में प्रशासन ने रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू लगा दिया है। हालाकि दुकानें तो 8 बजे तक बंद करा दी जा रही हैं, लेकिन खाने-पीने और रेस्टोरेंट पर सख्ती नहीं हो रही। ऐसे में यह रात 10 बजे की छूट के बाद भी चल रही हैं। सख्ती नहीं होने के कारण कलेक्टर के आदेश के अवहेलना हो रही है।



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