नई दिल्ली। निजामुद्दीन से निकाले गए तबलीगी जमात के लोग अपनी जांच और इलाज में डॉक्टरों का बिल्कुल भी सहयोग नहीं कर रहे हैं। यह बात उत्तर रेलवे के सीपीआरओ दीपक कुमार ने बताई। तुकलकाबाद में रखे गए कुछ तबलीगी जमात के लोग मेडिकल स्टाफ से बदसकूली कर रहे हैं, इतना ही नहीं उन्होंने कथित रूप से मेडिकल स्टाफ पर थूका भी और गैर जरूरी चीजों की मांग भी करने लगे।
मिली जानकारी के मुताबिक, मरकज खाली करवाने के बाद तबलीगी जमात के 167 लोगों को रेलवे ने तुकलकाबाद में बने आइसोलेशन सेंटर्स में रखा है। रेलवे के सीपीआरओ दीपक कुमार ने बताया कि 97 को डीजल शेड ट्रेनिंग सेंटर में और 70 को आरपीएफ बैरक में रखा गया है।
मेडिकल स्टाफ से बदसलूकी, थूक रहे
जानकारी के मुताबिक, ये लोग वहां बिल्कुल भी सहयोग नहीं कर रहे हैं। सेंटर में इधर-उधर घूमने के साथ-साथ गैर जरूरी मांगें भी जारी हैं। इसके साथ-साथ इन्होंने इधर-उधर थूकने के साथ-साथ स्टाफ पर भी थूका है। कोरोना वायरस को फैलने में थूक बड़ी भूमिका अदा करता है।
दिल्ली में 32 नए मरीज, 29 निजामुद्दीन से
निजामुद्दीन में तबलीगी जमात का मरकज देश में कोरोना का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बन रहा है। दिल्ली में बुधवार को सामने आए 32 नए मरीजों में 29 इसी मरकज के हैं। देशभर में पहुंचे इन लोगों में अब तक 300 से ज्यादा महामारी के मरीज मिले हैं। इनमें से 110 तो बुधवार को तमिलनाडु में सामने आए।
दिल्ली-एनसीआर ही नहीं, देशभर में जमात के लोगों को युद्धस्तर पर तलाशा जा रहा है। निजामुद्दीन में मरकज की इमारत को खाली कराने का 36 घंटे का ऑपरेशन बुधवार सुबह पूरा हुआ। दिल्ली सरकार ने कहा कि मरकज से 2,361 लोग निकाले गए, जिनमें 766 को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।