जबलपुर। शहर की 28 वर्षीय युवती को मैट्रिमोनियल साइट पर रजिस्ट्रेशन महंगा पड़ गया। जालसाज ने यूके में जॉब करने की बात कह दोस्ती की। फिर उसे इमोशनल ब्लैकमेल कर 3.50 लाख रुपए ऐंठ लिए। युवती की शिकायत पर स्टेट साइबर सेल ने मामला जांच में लिया है। प्रारंभिक जांच में ठगी के तार दिल्ली से जुड़ना पता चला है।
एमएनसी में जॉब करती है युवती
युवती मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करती है। पारिवारिक बैकग्राउंड भी स्ट्रांग है। युवती ने जुलाई 2020 को जीवनसाथी मैट्रिमोनियल साइट पर रजिस्ट्रेशन कराया था। 11 सितंबर को उसका प्रोफाइल विजय जोशी नाम के युवक से मैच हो गया। विजय जोशी ने सोशल चैटिंग के माध्यम से खुद के बारे में बताया कि वह यूके में जॉब करता है, लेकिन नवंबर में इंडिया में सेटल होगा। यहां उसे जॉब भी मिल गई है। युवती ने उसके सोशल चैटिंग वाले नंबर को क्राॅस चेक किया, तो वह यूके का निकला।
मां-बहन को यूएसए में रहना बताया
विजय जोशी ने युवती को बताया कि उसकी मां यूएसए में सिस्टर के पास है। नवंबर में वह भी आ जाएगी, तब वह उसके घर रिश्ते की बात करने आएंगे और दिसंबर में शादी कर लेंगे। विजय हमेशा उससे अंग्रेजी में ही बात करता था। उसने युवती को बताया था कि उसे हिन्दी नहीं आती। हालांकि मां को हिन्दी-मराठी आने की बात कही थी। इसके बाद दोनों के बीच चैटिंग के साथ फोन पर बातचीत होने लगी।
17 सितंबर से शुरू की ठगी
युवती के मुताबिक आरोपी ने 17 सितंबर को काॅल किया। कहा कि उसका कजिन दिल्ली में है। उसे पैसे चाहिए, लेकिन वहां से सेंड नहीं हो रहे हैं। युवती ने उसके कहे अनुसार 30 हजार रुपए दिल्ली में कजिन के बताए बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद 21 सितंबर को कॉल किया और इमोशनल ब्लैकमेल करते हुए कहा कि उसकी मौसी की तबियत खराब हो गई है। अर्जेंट ऑपरेशन नहीं हुआ, तो मर जाएगी। उसने युवती से दिल्ली जाने के लिए कहा। युवती ने जाने से मना कर दिया और उसके कहे अनुसार 60 हजार रुपए जमा कर दिए।
29 नवंबर को इंडिया आने की बात कही
इसके बाद विजय जोशी ने 29 नवंबर को इंडिया आने की बात कही। उसने युवती के पास ब्रिटिश एयरबस की टिकट और दिल्ली बोर्डिंग का रसीद सोशल साइट के माध्यम से भेजा। इस पर युवती का विश्वास और बढ़ गया। उसने एयरपोर्ट पर चैकिंग में पैसे लगने की बात कही। इसके बाद मौसी के खाते में 60 हजार रुपए युवती से और जमा कराए। 4 नवंबर को उसने जबलपुर आने की बात कही थी। 29 अक्टूबर को उसने दिल्ली एयरपोर्ट पर कस्टम द्वारा पकड़े जाने की सूचना दी और बातचीत में खुद को घबराया हुआ दर्शाता रहा। उसने 29 से तीन नवंबर के बीच उसने अलग-अलग तरीके से उससे 80 हजार रुपए और ऐंठ लिए। उसने दिल्ली कस्टम में पदस्थ एक महिला से भी बात कराई। मनी लाॅड्रिंग में फंसाए जाने का हवाला देकर भी उसने युवती को ब्लैकमेल किया।
8 नवंबर को बैंक से डिटेल्स पता की
युवती ने 4 नवंबर को विजय का इंतजार किया। वह नहीं आया। 8 नवंबर को उसने पैसे जमा करने वाले बैंक खाते से एक मोबाइल नंबर पता किया, तो वह दिल्ली का किसी सुनीता शर्मा के नाम पर निकला। उस नंबर पर काॅल किया, तो अंग्रेजी में किसी ने बात की और फिर किसी महिला ने फोन ले लिया। बताया कि बात करने वाला उसकी बहन का पति है, जो साउथ अफ्रीका का रहने वाला है। उसने विजय जोशी के बारे में पूछा, तो उसने बताया कि दो दिन पहले उसने सिम लिया है। गुरुवार को वह स्टेट साइबर सेल शिकायत करने पहुंची थी।