नई दिल्ली। नेवी चीफ एडमिरल करमबीर सिंह ने कहा है कि हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के तीन वॉरशिप मौजूद हैं। नेवी डे (4 दिसंबर) के पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सिंह ने नेवी की तैयारियों और चुनौतियां का जिक्र किया। कहा- देश के सामने कोविड-19 और चीन की दो चुनौतियां हैं और नौसेना दोनों का मुकाबला करने तैयार है। सिंह ने कहा- यह दो मोर्चों पर मुकाबले जैसा है। कोविड का दौर चल रहा है और चीन लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) को बदलने की कोशिश कर रहा है। लेकिन, नेवी भी इन दोनों ही मोर्चों पर माकूल जवाब देने के लिए तैयार है।
चीन और भारत के बीच जारी तनाव पर सिंह ने कहा- हम आर्मी और एयर फोर्स के साथ काम कर रहे हैं।
मैरीटाइम थिएटर कमांड भी बनेगी
नेवी चीफ ने कहा- चीन एलएसी को बदलने की कोशिश कर रहा है। इसी दौर में कोरोना का भी खतरा है। लेकिन, हम दोनों से मुकाबले के लिए तैयार हैं। स्कॉर्पीन पनडुब्बी इस महीने के आखिर तक नेवी को मिल जाएगी, जबकि रोमियो सबमरीन (MH 60) की डिलिवरी अगले साल शुरू होगी।
नेवी चीफ ने एक अहम ऐलान मैरीटाइम थिएटर कमांड को लेकर भी किया। उनके मुताबिक, इसको अमल में लाने पर विचार किया जा रहा है।
मेड इन इंडिया पर फोकस
सिंह ने कहा- भविष्य में हम 43 युद्धपोत और सबमरीन्स बनाने जा रहे हैं। इनमें से 41 भारत में ही तैयार किए जाएंगे। इनमें एक एयरक्राफ्ट कैरियर भी शामिल है। भारतीय नौसेना ने अपनी चार महिला अफसरों को नवंबर में शिप्स पर तैनात किया था। इनके अलावा दो महिला अफसर मालदीव और रूस में तैनात हैं।
एडमिरल सिंह ने कहा कि INS विक्रांत के सी-ट्रायल्स अगले साल, यानी 2021 में शुरू हो जाएंगे। आर्मी और एयरफोर्स की जरूरतों को देखते हुए हमारे P-8I एयरक्राफ्ट्स अलग-अलग लोकेशन्स पर तैनात हैं। उत्तरी सीमा पर हेरॉन सर्विलांस ड्रोन तैनात किए जा चुके हैं।
नेवी डे 4 दिसंबर को ही क्यों
भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 में जंग हुई थी। इसमें इंडियन नेवी का अहम रोल था। नेवी ने ट्राइडेंट ऑपरेशन चलाया और कराची के बंदरगाह को नेस्तनाबूद कर दिया था। यह ऑपरेशन 4 दिसंबर की रात शुरू किया गया और अगले दिन, यानी 5 दिसंबर तक चला था। खास बात यह है कि इस खतरनाक ऑपरेशन में भारतीय नौसेना को कोई नुकसान नहीं हुआ था। इसके बाद से हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस या नेवी डे मनाया जाता है।