ग्वालियर। नदीगेट स्थित सिंध विहार में तीसरी मंजिल पर स्थित एक घर में घुसकर महिला को कट्टे दिखाकर लूटने की कोशिश करने वाले बदमाशों से मां-बेटी भिड़ गईं। बदमाश कोरियर के डिलीवरी बॉय बनकर काॅलोनी में घुसे थे।
बताया गया है कि जब मां-बेटी के बदमाशों से मुकाबला कर रहीं थीं तभी उनका बेटा भी पहुंच गया। इस पर बदमाश कट्टा दिखाकर युवती का मोबाइल लूटकर भागे और नदी गेट से ऑटो में बैठकर भागने की कोशिश की, लेकिन युवक ने घर से इंदरगंज चौराहे तक करीब 1.1 किलोमीटर दौड़कर पीछा किया और इंदरगंज थाने के सामने व्यापारी राजीव चड्ढा और पुलिस ने मिलकर बदमाशों को पकड़ लिया। इनके नाम रंजीत वाल्मीक निवासी जेएएच कैंपस और विजय यादव निवासी अजयपुर बताए गए हैं। एसपी अमित सांघी ने थाने पहुंचकर व्यापारी व पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया।
घटना की जानकारी देतीं पीड़िता प्रिया खटवानी
जानकारी के अनुसार, नदी गेट के पास स्थित सिंध विहार काॅलोनी में बुधवार की रात करीब 8 बजे दो बदमाश घुसे। काॅलोनी के गार्ड ने जब उनसे पूछताछ की तब उन्होंने खुद को कोरियर बॉय बताते हुए ऊपर की मंजिल का कोरियर होने की बात कही। इस पर गार्ड ने उन्हें जाने दिया। दोेनों बदमाश काॅलोनी के अंदर मल्टी की तीसरी मंजिल स्थित कपड़ा कारोबारी विनोद खटवानी की पत्नी प्रिया खटवानी(45) के घर में घुसे।
घटना के समय प्रिया घर में बेटी पूर्विका के साथ अकेली थी। पुत्र नील(17) अपने पालतू कुत्ते को काॅलोनी में घुमाने ले गया था। बदमाशों ने पूर्विका पर कट्टा तानकर प्रिया से गहने उतरने और अलमारी से रुपया गहने निकालने को कहा। बदमाशों की धमकी पर प्रिया डरी और उन्हें बातों में उलझाकर रोका फिर हिम्मत कर बेटी पर कट्टा तान रहे बदमाश से उलझ गईं और बदमाश का मुंह पकड़कर नोंचा, इसी दौरान पुत्री पूर्विका भी बदमाश से लड़ने लगी। मां-बेटी बदमाशों से उलझ रहीं थीं तभी बेटा भी पहुंच गया।
मां-बेटी ने किया बदमाशों का मुकाबला, तभी बेटा पहुंच गया
मां-बेटी बदमाशों से लड़ रहीं थीं तभी प्रिया का बेटा नील वहां पहुंच गया और उसने भी बदमाशों से संघर्ष कर पकड़ने की कोशिश की। परिवार के हमले के सामने बदमाश हल्के पड़ गए। पूर्विका ने जब मोबाइल निकालकर गार्ड व पुलिस को लगाने की कोशिश की तब बदमाश कट्टा दिखाकर उसका मोबाइल लूटकर कमरे से निकल कर भाग खड़े हुए।
बेटे ने भाग रहे बदमाशों का पीछा किया
बदमाश नदी गेट चौराहे पर तेजी से एक ऑटो में बैठे और इंदरगंज चौराहे की ओर भागे। नील भी चीखते हुए उनका पीछा करता रहा और इंदरगंज चौराहा पर जब ऑटो अन्य वाहनों के बीच फंसकर धीमा हुआ तब नील ने व्यापारी राजीव चड्ढा और अभिषेक चड्ढा के साथ ऑटो को रोकने की कोशिश की। इस दौरान बदमाश ऑटो से निकलकर भागने लगे तो राजीव और अभिषेक ने भागकर उनको पकड़ा और एक बदमाश का कट्टा भी छीन लिया।