जबलपुर। रेल यात्रियों के लिए ये खुशखबरी है। उत्तर से दक्षिण को जोड़ने वाला सबसे छोटे रेलमार्ग पर 25 दिसंबर से यात्री ट्रेनें शुरू करने की तैयारी चल रही है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर ब्रॉडगेज पर सबसे पहले मेमू ट्रेन को हरी झंडी दिखाई जाएगी। पूर्व प्रधानमंत्री ने ही ब्रॉडगेज के सपने को आकार दिया था। अब उनके जन्मदिन पर इस ट्रैक का लोकार्पण होगा। इस ट्रैक पर यात्री ट्रेन शुरू होते ही रायपुर, दुर्ग, नागपुर पहुंचना आसान हो जाएग।
जल्द शुरू होगी इलेक्ट्रिक यात्री ट्रेन
ट्रेन संचालन की पहले ही मिल चुकी है अनुमति
रेल सेफ्टी कमिश्नर एके राय से इस ट्रैक पर ट्रेन संचालन की अनुमति पहले ही मिल चुकी है। जबलपुर से गुजरने वाला उत्तर से दक्षिण को जोड़ने वाला यह सबसे छोटा रेलमार्ग होगा। नैनपुर-बालाघाट के बीच ब्रॉडगेज बनने के बाद जबलपुर से गोंदिया तक यात्री ट्रेन चलने को तैयार है। जबलपुर-नैनपुर-गोंदिया-बल्लारशाह के रास्ते उत्तर भारत को दक्षिण को यह रेलमार्ग जोड़ेगा। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने ट्रेन संचालन की तैयारी पूरी कर ली है। पिछले दिनों नागपुर डीआरएम एमएस उत्पल भी इस ट्रैक का निरीक्षण कर जा चुके हैं।
इस तरह समझें इस ट्रैक के फायदे
- अभी : जबलपुर-इटारसी-नागपुर-वर्धा-बल्लारशाह: 752 किमी
- ब्रॉडगेज ट्रैक: जबलपुर-नैनपुर-बालाघाट- गोंदिया-बल्लारशाह: 250 किमी
- नोट: दक्षिण भारत के प्रमुख शहरों की दूरी 274 से 500 किमी कम होगी।
- अभी : जबलपुर-इटारसी-बैतूल-नागपुर: 543 किमी
- ब्रॉडगेज ट्रैक : जबलपुर-नैनपुर-गोंदिया-भंडारा- नागपुर: 364 किमी
- नोट- नागपुर की दूरी करीब 175 किमी तक कम हो जाएगी।
- अभी : जबलपुर-कटनी-शहडोल-बिलासपुर-दुर्ग: 555 किमी
- ब्रॉडगेज ट्रैक: जबलपुर-नैनपुर-गोंदिया-डोंगरगढ़-दुर्ग: 369 किमी
- नोट- दुर्ग की दूरी 186 किमी तक कम हो जाएगी।
- अभी : जबलपुर-कटनी-शहडोल-बिलासपुर-रायपुर: 518 किमी
- ब्रॉडगेज ट्रैक : जबलपुर-नैनपुर-गोंदिया-डोंगरगढ़-दुर्ग-रायपुर: 406 किमी
- नोट- रायपुर की दूरी 112 किमी कम हो जाएगी।
नैनपुर में आया मेमू ट्रेन का नया रैक
इलेक्ट्रिक ट्रेन चलाने की तैयारी
नैनपुर-गोंदिया के बीच दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे दिसंबर के आखिरी सप्ताह में ट्रेन संचालन की तैयारियों में जुटी है। रेलवे सूत्रों के मुताबिक रेल मंत्री पीयूष गोयल इसे हरी झंडी दिखा सकते हैं। इसके लिए जबलपुर सांसद राकेश सिंह भी प्रयास में जुटे हैं। ब्रॉडगेज को लेकर सांसद अपने पहले कार्यकाल से आवाज उठा रहे थे। जब केंद्र में मोदी सरकार आई तो इस प्रोजेक्ट को पूरा कराने के लिए पैसे दिलाने में भी सफल रहे। व्यवसायिक दृष्टिकोण से भी यह रूट रेलवे के लिए फायदे वाला है। वर्तमान में इस ट्रैक पर मालगाड़ी का संचालन जारी है। आठ डिब्बों वाले मेमू का नया रैक नैनपुर में आ चुका है।